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Retirement Planning: एनपीएस, पीपीएफ या ईपीएफ, किसमें निवेश से रिटायरमेंट बाद नहीं होगी पैसे की कमी?

रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए सही स्कीम में जल्द निवेश शुरू करना जरूरी है। आप रिटायरमेंट के लिए इनवेस्टमेंट की शुरुआत जितना जल्द करेंगे, आपके पैसे को बढ़ने के लिए उतना ज्यादा समय मिलेगा। निवेश से बड़ा फंड तभी तैयार होता है, जब हम पैसे को बढ़ने के लिए पर्याप्त समय देते हैं

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Nov 05, 2025 पर 2:50 PM
Retirement Planning: एनपीएस, पीपीएफ या ईपीएफ, किसमें निवेश से रिटायरमेंट बाद नहीं होगी पैसे की कमी?
एक्सपर्ट्स रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए मुख्य रूप से तीन स्कीम में निवेश की सलाह देते हैं। इनमें एनपीएस, पीपीएफ और ईपीएफ शामिल हैं।

क्या आपने रिटायरमेंट प्लानिंग की है? अगर नहीं की है तो इसे जल्द करना समझदारी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि आप रिटायरमेंट के लिए इनवेस्टमेंट की शुरुआत जितना जल्द करेंगे, आपके पैसे को बढ़ने के लिए उतना ज्यादा समय मिलेगा। निवेश से बड़ा फंड तभी तैयार होता है, जब हम पैसे को बढ़ने के लिए पर्याप्त समय देते हैं। यह समय जितना ज्यादा होगा, आपके पैसे के बढ़ने की संभावना उतनी ज्यादा होगी। एक्सपर्ट्स रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए मुख्य रूप से तीन स्कीम में निवेश की सलाह देते हैं। इनमें एनपीएस, पीपीएफ और ईपीएफ शामिल हैं।

ईपीएफ की खास बातें

EPF प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले लोगों के लिए है। एंप्लॉयी की सैलरी (बेसिक प्लस डीए) का एक हिस्सा हर महीने उसके ईपीएफ अकाउंट में जमा होता है। उतना ही पैसा एंप्लॉयर (कंपनी) एंप्लॉयी के ईपीएफ अकाउंट में हर महीने कंट्रिब्यूट करता है। ईपीएफ में जमा पैसा पर हर साल इंटरेस्ट मिलता है। सरकार यह इंटरेस्ट रेट तय करती है। फाइनेंशियर ईयर 2024-25 के लिए ईपीएफ का इंटरेस्ट रेट 8.25 फीसदी है। यह दूसरी किसी फिक्स्ड रिटर्न वाली स्कीम के इंटरेस्ट रेट से ज्यादा है।

पीपीएफ की खास बातें

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