भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रुपये की वैश्विक पकड़ मजबूत करने के लिए तीन अहम फैसलों की घोषणा की है, जिसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय व्यापार में डॉलर पर निर्भरता कम करना और रुपये को एक विश्वसनीय विकल्प के तौर पर स्थापित करना है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि अब ऑथोराइज्ड डीलर बैंक पड़ोसी देशों में रुपये में कर्ज देने की अनुमति पा चुके हैं, जिससे भारत के निकटवर्ती देशों के साथ आर्थिक लेनदेन में डॉलर का स्थान कम होगा। इसके अलावा, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत विदेशी मुद्रा नियमों को आसान बनाकर स्थानीय मुद्राओं में सीधे व्यापार निपटान को बढ़ावा दिया जाएगा।