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मार्केट में स्मार्ट बनने की कोशिश नहीं करें, जानिए आपको क्या करना है और क्या नहीं करना है

लोकसभा चुनावों के नतीजें उम्मीद के मुताबिक नहीं रहने पर मार्केट में बड़ी गिरावट आती है। 4 जून को गिरावट नतीजों पर बाजार की प्रतिक्रिया थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादा उतारचढ़ाव के बीच निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 05, 2024 पर 3:48 PM
मार्केट में स्मार्ट बनने की कोशिश नहीं करें, जानिए आपको क्या करना है और क्या नहीं करना है
एनडीए को 292 सीटें मिली हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटों की संख्या से ज्यादा है।

लोकसभा चुनावों के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहने पर स्टॉक्स मार्केट तुरंत प्रतिक्रिया दिखाता है। 4 जून को नतीजे उम्मीद के उलट रहने पर मार्केट क्रैश कर गया। पिछले कई सालों के बाद मार्केट में ऐसी गिरावट आई। इसकी बड़ी वजह यह है कि बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। एनडीए को 292 सीटें मिली हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटों की संख्या से ज्यादा है।

मार्केट को अनिश्चितता पसंद नहीं

एक्सपर्ट्स का कहना है कि गठबंधन सरकार का दौर लौट आया है। ऐसी सरकार सहयोगी दलों पर निर्भर रहती है। सहयोगी दल स्थिति का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। 90 और उसके बाद के दशकों में हम ऐसा देख चुके हैं। मार्केट ऐसी चीजें पसंद नहीं करता है। यही वजह है कि 4 जून को एक समय Sensex और Nifty 8-8 फीसदी तक गिर गए थे। पीएसयू सूचकांकों में तो 14 फीसदी तक की गिरावट आई थी।

मार्केट के उतारचढ़ाव से परेशान न हों

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