EPF और EPS दो प्रमुख सरकारी बचत योजनाएं हैं जो भारत के वेतन भोगी कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। EPF भविष्य के लिए बचत का एक मजबूत मंच है, जबकि EPS पेंशन के रूप में सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर आय प्रदान करती है। इस लेख में हम इन दोनों योजनाओं के मुख्य अंतर, योगदान नियम, और इनके लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
