टैक्स बचत के लिए सैलरी को सही तरीके से री-स्ट्रक्चर करना बेहद जरूरी है। नया फाइनेंशियल हाफ (H2FY26) शुरू होते ही ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों से टैक्स-सेविंग डिक्लेरेशन मांगती हैं। इस मौका का सही इस्तेमाल करके आप अपने टैक्स बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
