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Tax Saving in Salary: आपकी सैलरी स्ट्रक्चर में छिपे हैं टैक्स बचत के बेहतरीन फॉर्मूले, जानिए कैसे कम करें टैक्स बोझ?

Tax Saving in Salary: टैक्स बचाने के लिए सैलरी री-स्ट्रक्चरिंग से आप अपनी टैक्स देनदारी कम कर सकते हैं। सही प्लानिंग से HRA, LTA, हेल्थ इंश्योरेंस समेत कई कमाई के घटकों का लाभ उठा कर टैक्स बचत और फाइनेंशियल सुरक्षा दोनों बढ़ाई जा सकती है।

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 21, 2025 पर 11:45 PM
Tax Saving in Salary: आपकी सैलरी स्ट्रक्चर में छिपे हैं टैक्स बचत के बेहतरीन फॉर्मूले, जानिए कैसे कम करें टैक्स बोझ?

टैक्स बचत के लिए सैलरी को सही तरीके से री-स्ट्रक्चर करना बेहद जरूरी है। नया फाइनेंशियल हाफ (H2FY26) शुरू होते ही ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों से टैक्स-सेविंग डिक्लेरेशन मांगती हैं। इस मौका का सही इस्तेमाल करके आप अपने टैक्स बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

पुराना और नया टैक्स रिजीम

पुराने टैक्स रिजीम में HRA, LTA, स्टैंडर्ड डिडक्शन और सेक्शन 80C जैसी कई छूटें थीं, जो टैक्स बचाने में सहायक थीं। नया टैक्स रिजीम स्लैब रेट्स को कम करके सरलता लाया है, लेकिन इसमें टैक्स छूटें कम होती हैं। आपके टैक्स बचत के लिए दोनों रिजीमों का चुनाव आपकी इनकम, खर्चे और छूटों पर निर्भर करता है।

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