Get App

Kartik Purnima 2025: आज सूर्यास्त के बाद इन स्थानों पर जरूर जलाएं आटे के दीपक, माता लक्ष्मी दूर कर देंगी पीढ़ियों की दरिद्रता

Kartik Purnima 2025: आज कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। आज दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है। इस दिन घर के कुछ स्थानों पर सूर्यास्त के बाद आटे का दीपक जलाने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर से दरिद्रता दूर हो जाती है। आइए जानें कहां जलाना चाहिए आज दीपक

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 05, 2025 पर 6:10 PM
Kartik Purnima 2025: आज सूर्यास्त के बाद इन स्थानों पर जरूर जलाएं आटे के दीपक, माता लक्ष्मी दूर कर देंगी पीढ़ियों की दरिद्रता
शाम के समय एक आटे का दीपक अपने घर के मुख्य द्वार पर जरूर जलाना चाहिए।

Kartik Purnima 2025: आज कार्तिक मास का अंतिम दिन यानी कार्तिक पूर्णिमा है। माना जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से वो मनोकामना जरूर पूरी करते हैं। आज के दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है, क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था। इसी खुशी में देवी-देवताओं ने धरती पर गंगा स्नान किया था और गंगा तट पर असंख्य दीप जलाकर उत्सव मनाया जाता है। आज की रात देश की पवित्र नदियों के तट पर दीपक जलाने की परंपरा तभी से चली आ रही है। इसके अलावा, ये भी माना जाता है कि आज की रात घर के कुछ हिस्सों में आटे का दीपक जला कर रखने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और दरिद्रता दूर होती है। आइए जानें कैसे करना है ये उपाय

मुख्य द्वार पर

शाम के समय एक आटे का दीपक अपने घर के मुख्य द्वार पर जरूर जलाना चाहिए। मान्यता है कि मेन गेट पर आटे का दीपक जलाने से जातक के घर में माता लक्ष्मी का वास बना रहता है और परिवार के सभी सदस्यों को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। इससे घर का माहौल सकारात्मक और खुशनुमा बना रहता है।

रसोईघर में

कार्तिक पूर्णिमा के दिन शाम को एक आटे का दीपक जलाकर अपने रसोईघर में भी जरूर रखें। किचन में एक बड़े बर्तन में पानी भरकर उसके पास रख सकते हैं या पानी रखने वाले स्थान पर भी दीपक को रख सकते हैं। ऐसा करने से घर में कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं होती और माता अन्नपूर्णा आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तुलसी के नीचे

कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली भी मनाई जाती है। इस दिन शाम को प्रदोष काल में विधि-विधान से विष्णुजी, लक्ष्मी मां, पार्वती माता और शिवजी की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद, शुभ मुहूर्त में एक आटे का दीपक जलाकर तुलसी के पौधे के नीचे रखना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें