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Mysterious Temple: काली मंदिर में चाइनीज ड्रैगन और मोमो! आस्था का ऐसा संगम नहीं देखा होगा

Mysterious Temple: भारत की विविधताओं में एक अनोखा रंग है कोलकाता का चाइनीज काली मंदिर, जहां पारंपरिक प्रसाद की जगह मोमो और चाउमिन चढ़ते हैं। यह मंदिर ना सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारतीय और चीनी संस्कृति के संगम का भी जीता जागता उदाहरण है। इसकी कहानी सुनकर आप भी चौंक जाएंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 05, 2025 पर 1:40 PM
Mysterious Temple: काली मंदिर में चाइनीज ड्रैगन और मोमो! आस्था का ऐसा संगम नहीं देखा होगा
Mysterious Temple: ये मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि यह दिखाता है कि श्रद्धा सीमाओं और परंपराओं से परे होती है।

कोलकाता के तंगरा इलाके में एक बेहद खास मंदिर है, जो दिखने में तो आम मंदिर जैसा लगता है, लेकिन इसकी परंपराएं इसे सबसे अलग बनाती हैं। यहां देवी काली की पूजा होती है, लेकिन खास बात ये है कि प्रसाद में लड्डू या हलवा नहीं, बल्कि मोमो, चाउमीन और फ्राइड राइस जैसे चाइनीज व्यंजन चढ़ाए जाते हैं। ये मंदिर भारतीय और चीनी संस्कृति का अनोखा मेल है, जहां दोनों समुदायों की परंपराएं एक-दूसरे में घुलमिल गई हैं। यहां न सिर्फ हिंदू भक्त आते हैं, बल्कि स्थानीय चीनी लोग भी बड़ी श्रद्धा से पूजा करते हैं।

मंदिर की दीवारों और छतों पर भी चीनी संस्कृति की झलक दिखाई देती है। हर शाम यहां आरती होती है और त्योहारों पर खास आयोजन भी होते हैं। ये मंदिर सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता और मेलजोल का भी खूबसूरत उदाहरण है।

कैसे हुई इस अद्भुत मंदिर की शुरुआत?

करीब 65 साल पहले, एक चीनी परिवार का बच्चा गंभीर रूप से बीमार पड़ गया। तमाम इलाज बेअसर हो चुके थे। आखिरी उम्मीद के तौर पर, माता-पिता उसे पास के एक पेड़ के नीचे बनी काली मां की प्राचीन वेदी पर ले गए और प्रार्थना की। चमत्कारिक रूप से बच्चा ठीक हो गया। इसे देवी का आशीर्वाद मानकर उस परिवार ने वहां एक मंदिर बनवाया, और तब से ये स्थल आस्था का केंद्र बन गया।

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