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National Sports Day: 'तेरा कुछ नहीं होगा...', तानों को गोल्ड मेडल में बदलने की कहानी, इस खिलाड़ी के जब्जे को किया सबने सलाम

National Sports Day 2025:

Rajat Kumarअपडेटेड Aug 29, 2025 पर 8:17 PM
National Sports Day: 'तेरा कुछ नहीं होगा...', तानों को गोल्ड मेडल में बदलने की कहानी, इस खिलाड़ी के जब्जे को किया सबने सलाम
नवदीप की मेहनत की गूंज हरियाणा से निकलकर पेरिस तक सुनाई दी।

National Sports Day 2025:  कहते हैं बड़े सपने अक्सर छोटे कदमों से शुरू होते हैं। जब हम अपनी छोटी-छोटी मेहनतों को जोड़ते हैं, तो वो हमें उस ऊंचाई तक ले जाती हैं जहां से सारी दुनिया दिखती है। नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर हमारे साथ एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी मेहनत की गूंज हरियाणा से निकलकर पेरिस तक सुनाई दी। यह कहानी सिर्फ एक मेडल जीतने की नहीं है, बल्कि उस जज्बे की है, जिसे आज पूरा देश एक इंस्पिरेशन मानता है। पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नवदीप सिंह ने अपनी लाइफ और करियर को लेकर मनीकंट्रोल हिन्दी से खास बातचीत की।

पानीपत के बवाना लाखु गांव के नवदीप सिंह श्योराण ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में 47.64 मीटर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया था।

लोगों के तानों ने दिया मजबूत बनने का हौसला

24 साल के नवदीप सिंह छोटी हाइट के साथ ही पैदा हुए थे। उनको छोटी हाइट को लेकर कुछ लोग चिढ़ाया भी करते थे। हालांकि इससे उनका हौसला नहीं टूटा। नवदीप ने कभी हार नहीं मानी और एथलेटिक्स के लिए अपना जुनून जारी रखा। नवदीप सिंह ने बातचीत में खुलासा किया कि, शुरुआत में लोगों को लगता था कि वह जिंदगी में कुछ कर पाने में नाकाम हैं। नवदीप सिंह ने कहा कि, 'जब लोग बोलते थे कि तू कुछ नहीं कर सकता। ये क्या जीवन है तेरा। इन सब तानों ने मुझे और भी हौसला दिया और मैंने खुद को साबित किया। वहीं गोल्ड मेडल जीतने के बाद यही लोग बाद में मेरी तारीफ करते नहीं थकते थे।

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