Get App

'मैं खुद पीड़ित हूं', Gensol में गड़बड़ी से तार जोड़ने पर अश्नीर ग्रोवर का फूटा गुस्सा

सेबी ने जेनसॉल इंजीनियरिंग में वित्तीय गड़बड़ियों की जांच में पाया कि फंड को जो हेराफेरी हुई थी, उसका एक हिस्सा अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) के स्टार्टअप थर्ड यूनिकॉर्न प्राइवेट लिमिटेड (Third Unicorn Pvt Ltd) में निवेश हुआ। अब इसे लेकर अश्नीर ग्रोवर ने अपना पक्ष रखा है। जानिए इस पूरे मामले में अश्नीर ग्रोवर का नाम कैसे आया और जेनसॉल के प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी से उनके क्या संबंध हैं?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Apr 17, 2025 पर 11:42 AM
'मैं खुद पीड़ित हूं', Gensol में गड़बड़ी से तार जोड़ने पर अश्नीर ग्रोवर का फूटा गुस्सा
रिकॉर्ड हाई लेवल से निवेशकों की 91 फीसदी से अधिक पूंजी डुबो चुका जेनसॉल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering) में घोटाले से तार जुड़ने पर अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने सफाई दी है।

रिकॉर्ड हाई लेवल से निवेशकों की 91 फीसदी से अधिक पूंजी डुबो चुका जेनसॉल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering) में घोटाले से तार जुड़ने पर अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने सफाई दी है। शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के जज रह चुके और भारतपे के पूर्व को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर का कहना है कि इस मामले में वह तो पीड़ित हैं। यह मामला अश्नीर ग्रोवर के स्टार्टअप थर्ड यूनिकॉर्न प्राइवेट लिमिटेड (Third Unicorn Pvt Ltd) की फंडिंग से जुड़ा है जो इसे अनमोल सिंह जग्गी से मिला था। अनमोल सिंह जग्गी जेनसॉल इंजीनियरिंग के प्रमोटर हैं और अभी बाजार नियामक सेबी ने कंपनी के प्रमोटर्स पर कई आरोप लगाए हैं, जिसमें से एक है लोन के पैसों का डाइवर्ट करना।

कैसा आया Ashneer Grover का नाम?

15 अप्रैल 2025 की तारीख में सेबी के अंतरिम आदेश में सामने आया कि अश्नीर ग्रोवर के वेंचर में निवेश जेनसॉल से जुड़ी एंटिटीज से जुड़े संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के व्यापक पैटर्न का हिस्सा था। अंतरिम आदेश के मुताबिक जग्गी ने थर्ड यूनिकॉर्न के 2,000 शेयर ₹50 लाख में खरीदे और 31 मार्च, 2024 तक अपनी हिस्सेदारी बरकरार रखी। इसी कारण अश्नीर ग्रोवर का नाम जेनसॉल इंजीनियरिंग में गड़बड़ियों से जुड़ा।

क्या कहना है Gensol के प्रमोटर्स से जुड़े निवेश पर अश्नीर ग्रोवर का?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें