ईद-उल-फितर का त्योहार खुशियों, बरकतों और मोहब्बत की सौगात लेकर आता है। रमजान के पूरे महीने इबादत, रोजे और सब्र के बाद जब ईद का चांद नजर आता है, तो हर दिल खुशी से झूम उठता है। ये दिन केवल उत्सव नहीं, बल्कि आपसी प्रेम, भाईचारे और दुआओं का संगम होता है। घरों में मीठी सेवइयों की खुशबू फैलती है, तरह-तरह के लजीज पकवान बनते हैं, और हर कोई नए कपड़ों में सजा-धजा अपने अपनों को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देता है। ईद की खुशियों का असली मजा अपनों के साथ मिलकर मनाने में है, लेकिन दूर रहने वाले अपनों को याद कर भी ये त्योहार खास बनाया जा सकता है। बधाइयों का सिलसिला चलता है, दिल से निकली दुआएं और मीठे अल्फाज रिश्तों में और मिठास घोल देते हैं।