हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने कहर भरपा रखा है, जिससे भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की प्राकृतिक आपदाएं हो रही हैं। इसी बीच, मंडी जिले के एक गांव के लोगों के लिए एक लिए कुत्ता वरदान साबित हुआ, जिसके भौंकने की आवाज ने खतरे की घंटी बजा दी, जिससे 20 परिवारों के 67 लोगों को समय रहते जान बच गई और वे सभी वहां से निकल पाए। ये मामला 30 जून की आधी रात का है, जब रात के करीब 1 बजे मंडी के धरमपुर इलाके का पूरा सियाठी गांव मलबे में तब्दील हो गया।