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"एक कलाकार को लोकतांत्रिक तरीके से कैसे मारा जाए" कुणाल कामरा ने पोस्ट के जरिए बताया स्टेप बाय स्टेप तरीका

कुणाल कामरा ने X पर लिखा, "यह महज एक रणनीति नहीं है। यह एक राजनीतिक हथियार है। यह चुप कराने वाली मशीन है।" कुमाल कामरा के खिलाफ आक्रोश तब शुरू हुआ, जब उन्होंने 1997 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिल तो पागल है' के लोकप्रिय गीत "भोली सी सूरत" का पैरोडी वर्जन गाया, जिसमें कथित तौर पर शिंदे को निशाना बनाया गया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 01, 2025 पर 6:17 PM
"एक कलाकार को लोकतांत्रिक तरीके से कैसे मारा जाए" कुणाल कामरा ने पोस्ट के जरिए बताया स्टेप बाय स्टेप तरीका
"एक कलाकार को लोकतांत्रिक तरीके से कैसे मारा जाए" कुणाल कामरा ने पोस्ट के जरिए बताया स्टेप बाय स्टेप तरीका

कॉमेडियन कुणाल कामरा ने मंगलवार को मुंबई में अपने विवादित शो के बाद मिली भारी प्रतिक्रिया के बाद एक नोट शेयर किया, जिसको उन्होंने नाम दिया- "एक कलाकार को लोकतांत्रिक तरीके से कैसे मारा जाए"। 36 साल के कॉमेडियन ने स्टेप बाय स्टेप एक-एक तरीका लिखा, जिसमें बताया गया है कि किस तरह से "राजनीतिक हथियार" व्यंग्यकारों का गला घोंट देता है, जब तक कि उनके पास दो विकल्प नहीं रह जाते:- या तो वह कठपुतली बन जाएं या चुपचाप मुंह बंद कर के बैठ जाएं।

कामरा ने X पर लिखा, "यह महज एक रणनीति नहीं है। यह एक राजनीतिक हथियार है। यह चुप कराने वाली मशीन है।" कुमाल कामरा के खिलाफ आक्रोश तब शुरू हुआ, जब उन्होंने 1997 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिल तो पागल है' के लोकप्रिय गीत "भोली सी सूरत" का पैरोडी वर्जन गाया, जिसमें कथित तौर पर शिंदे को निशाना बनाया गया था।

पोस्ट में कामरा ने लिखा, एक आर्टिस्ट को कैसे मारें, स्टेप बाय स्टेप एक गाइड:

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