Get App

ईरान का 400 किलो यूरेनियम गायब! न अमेरिका को पता, न इजरायल को खबर, दुनिया पर मंडरा रहा है न्यूक्लियर खतरा!

ये बयान तब आया है, जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर अमेरिका ने ईरान पर भीषण एयरस्ट्राइक की है। इसका सबसे बड़ा निशाना था – फोर्डो यूरेनियम एनरिचमेंट प्लांट, जो एक पहाड़ के नीचे बंकर में छिपा हुआ है। अमेरिकी सेना ने इस ऑपरेशन में अपने सबसे घातक बंकर बस्टिंग बमों का पहली बार युद्ध में इस्तेमाल किया

Shubham Sharmaअपडेटेड Jun 24, 2025 पर 7:31 PM
ईरान का 400 किलो यूरेनियम गायब! न अमेरिका को पता, न इजरायल को खबर, दुनिया पर मंडरा रहा है न्यूक्लियर खतरा!
Iran Israel War : ईरान का 400 किलो यूरेनियम गायब! न अमेरिका को पता, न इजरायल को खबर

ईरान की धरती पर कुछ ऐसा हुआ है, जिसने पश्चिमी देशों के रक्षा तंत्र और खुफिया एजेंसियों को हिला कर रख दिया है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने रविवार को एक इंटरव्यू में चौंकाने वाला बयान दिया कि ईरान के पास मौजूद 400 किलो से ज्यादा एनरिच हुए यूरेनियम का कोई अता-पता नहीं है। वेंस ने यह भी कहा कि ईरान के कई परमाणु ठिकाने या तो तबाह कर दिए गए हैं या फिर भारी नुकसान पहुंचा है, हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्हें इसकी "सटीक जानकारी नहीं" है।

ये बयान तब आया है, जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर अमेरिका ने ईरान पर भीषण एयरस्ट्राइक की है। इसका सबसे बड़ा निशाना था – फोर्डो यूरेनियम एनरिचमेंट प्लांट, जो एक पहाड़ के नीचे बंकर में छिपा हुआ है। अमेरिकी सेना ने इस ऑपरेशन में अपने सबसे घातक बंकर बस्टिंग बमों का पहली बार युद्ध में इस्तेमाल किया।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान (Iran) ने लगभग 880 पाउंड (करीब 400 किलो) यूरेनियम को 60% प्योरिटी तक एनरिच किया था, जो परमाणु हथियार के लिए जरूरी 90% लेवल से थोड़ा कम है। ये एनरिच फ्यूल इस्फहान स्थित प्लांट में स्टोर था, जो इस पूरे नेटवर्क का कच्चा माल तैयार करता है।

वेंस ने यह भी संकेत दिया कि 900 पाउंड हाईली एनरिच्ड यूरेनियम को लेकर अब अमेरिका ईरान से "कड़े संवाद" करेगा। उन्होंने साफ किया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य फोर्डो साइट को पूरी तरह तबाह करना था और बाकी साइट्स को भी गंभीर नुकसान पहुंचाना।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें