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Iran Israel War: अमेरिका ने ईरान पर हमला क्यों किया, इजरायल ने ट्रंप को कैसे किया राजी?

Iran Israel War: अमेरिका ने इजरायल के समर्थन में ईरान पर बड़ा हमला किया है। उसने ईरान तीन परमाणु साइट्स तबाह कर दी। ईरान-इजरायल युद्ध की क्या वजह है, अमेरिका युद्ध में इजरायल का साथ क्यों दे रहा है, अब युद्ध में आगे क्या होगा। इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ें यह खबर।

Suneel Kumarअपडेटेड Jun 22, 2025 पर 5:16 PM
Iran Israel War: अमेरिका ने ईरान पर हमला क्यों किया, इजरायल ने ट्रंप को कैसे किया राजी?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही ईरान को धमकी दे चुके हैं कि वह 'बिना शर्त सरेंडर' करे।

Iran Israel War: ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका की एंट्री से संकट काफी ज्यादा गंभीर हो गया है। अमेरिका ने 21 जून को ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स पर बड़ा हमला किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इस कार्रवाई को 'बेहद सफल' बताया। उन्होंने दावा किया कि ईरान की राजधानी तेहरान (Tehran) की मुख्य परमाणु सुविधाएं 'पूरी तरह से तबाह' हो गई हैं।

अमेरिका ने पहले ईरान पर हमले के लिए दो हफ्ते की डेडलाइन तय की थी, लेकिन उससे पहले ही अचानक अटैक कर दिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सेनाओं ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों- नतांज (Natanz), इस्फहान (Isfahan) और फोर्डो (Fordow) को निशाना बनाया। Fox News को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि फोर्डो में छह बंकर-बस्टर बम गिराए गए, जबकि अन्य ठिकानों पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं।

एक तीन मिनट के संक्षिप्त भाषण में ट्रंप ने कहा, 'ईरान का भविष्य अब या तो शांति की ओर जाएगा, या फिर तबाही की ओर।' उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अमेरिका के पास और भी कई टारगेट हैं, जिन पर वह आगे हमले कर सकता है।

आइए जानते हैं कि ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका क्यों शामिल हुआ। ट्रंप ने पहले दो हफ्ते की डेडलाइन तय करने के बाद अचानक हमले का आदेश क्यों दिया। लेकिन, उससे पहले ईरान-इजरायल की पृष्ठभूमि समझ लेते हैं।

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