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म्यांमार की सैन्य सरकार ने रखाइन के स्कूलों पर की बमबारी, सो रहे छात्रों समेत 19 की मौत

यह हमला उस समय हुआ है, जब म्यांमार की सेना और अराकान आर्मी के बीच झड़पें तेज हो गई हैं। फरवरी 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से सेना पूरे देश में विद्रोह का सामना कर रही है और उस पर लगातार आम नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगते रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 13, 2025 पर 6:09 PM
म्यांमार की सैन्य सरकार ने रखाइन के स्कूलों पर की बमबारी, सो रहे छात्रों समेत 19 की मौत
म्यांमार की सैन्य सरकार ने रखाइन के स्कूलों पर की बमबारी, सो रहे छात्रों समेत 19 की मौत

म्यांमार के पश्चिमी रखाइन राज्य में सेना के हवाई हमले में कम से कम 19 छात्रों की मौत हो गई है। अराकान आर्मी (AA) नाम के जातीय सशस्त्र संगठन के अनुसार, यह हमला शुक्रवार आधी रात के बाद क्याउक्ताव टाउनशिप के दो प्राइवेट हाई स्कूलों पर किया गया। इस हमले में 22 लोग घायल भी हुए हैं, जिनकी उम्र 15 से 21 साल के बीच बताई जा रही है।

यह हमला उस समय हुआ है, जब म्यांमार की सेना और अराकान आर्मी के बीच झड़पें तेज हो गई हैं। फरवरी 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से सेना पूरे देश में विद्रोह का सामना कर रही है और उस पर लगातार आम नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन स्कूलों पर हमला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का गंभीर उल्लंघन माना जा रहा है। इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय संगठनों और मानवाधिकार समूहों ने इसकी कड़ी निंदा की है।

अराकान आर्मी ने इस हमले के बाद की कई तस्वीरें और जानकारियां साझा की हैं। हालांकि, सेना की मीडिया पाबंदियों और इंटरनेट बंदी के कारण इन दावों की स्वतंत्र पुष्टि करना मुश्किल है। यह घटना म्यांमार में बिगड़ते हालात और नागरिकों पर मंडरा रहे खतरे की एक और भयावह तस्वीर पेश करती है, जहां अब घरों, स्कूलों और अस्पतालों तक को युद्धक्षेत्र बना दिया गया है।

अब तक म्यांमार की सैन्य जुंटा ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। आरोपों का सामना करने पर चुप रहना सेना की आम रणनीति मानी जाती है। उनकी यह चुप्पी पीड़ितों के लिए न्याय और जवाबदेही को लेकर और गंभीर चिंताएँ बढ़ा रही है।

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