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US-India Trade Row: ट्रंप टैरिफ के बाद Amazon और अन्य अमेरिकी रिटेल दिग्गजों ने भारतीय ऑर्डर रोके, रिपोर्ट में दावा

Trump India Tariffs 2025: भारतीय सामानों पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद Amazon, Target और Gap समेत प्रमुख अमेरिकी खुदरा विक्रेताओं ने भारत से ऑर्डर रोक दिए हैं। यह खबर ऐसे समय आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ का मुद्दा हल होने तक भारत के साथ व्यापार वार्ता की संभावना से इनकार कर दिया है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Aug 08, 2025 पर 10:16 PM
US-India Trade Row: ट्रंप टैरिफ के बाद Amazon और अन्य अमेरिकी रिटेल दिग्गजों ने भारतीय ऑर्डर रोके, रिपोर्ट में दावा
Trump India Tariffs 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है

Trump India Tariffs 2025 News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारतीय वस्तुओं पर 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद एमेजॉन (Amazon), टारगेट (Target) और गैप (Gap) समेत प्रमुख अमेरिकी खुदरा विक्रेताओं ने भारत से ऑर्डर रोक दिए हैं। सूत्रों ने शुक्रवार (8 अगस्त) को एनडीटीवी प्रॉफिट को यह जानकारी दी। हालांकि, इन कंपनियों की तरफ से इसके बारें में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं की गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ टैरिफ का मुद्दा हल होने तक उसके साथ व्यापार वार्ता की संभावना से इनकार किया है। ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है।

सूत्रों के हवाले से 'एनडीटीवी प्रॉफिट' ने बताया कि निर्यातकों को कथित तौर पर अमेरिकी खरीदारों से एक ईमेल और पत्र मिले हैं। इनमें उन्हें अगली सूचना तक अपैरल और टेक्सटाइल शिपमेंट (apparel and textile shipments) रोकने के लिए कहा गया है। NDTV प्रॉफिट के अनुसार, ये खरीदार बढ़ी हुई लागत का बोझ उठाने को तैयार नहीं हैं। इसके बजाय भारतीय निर्यातकों पर वित्तीय बोझ खुद उठाने का दबाव बना रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी खरीदार चाहते हैं कि भारतीय निर्यातक खुद टैरिफ का लागत वहन करें। 50 फीसदी टैरिफ से लागत में 30 से 35 प्रतिशत की वृद्धि होने की आशंका है। इससे अमेरिका जाने वाले ऑर्डर में 40 से 50 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। इससे भारत को लगभग 4-5 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। वेलस्पन लिविंग, गोकलदास एक्सपोर्ट्स, इंडो काउंट और ट्राइडेंट जैसे प्रमुख निर्यातक अमेरिका में लगभग 40 से 70 प्रतिशत बिक्री करते हैं।

यह क्षेत्र अब बांग्लादेश और वियतनाम जैसे प्रतिस्पर्धी देशों के हाथों अपने कारोबार का एक बड़ा हिस्सा खोने को लेकर चिंतित है। इन देशों में तुलनात्मक रूप से लगभग 20 फीसदी कम टैरिफ लगता है। अमेरिका भारत का अपैरल और टेक्सटाइल शिपमेंट निर्यात का सबसे बड़ा मार्केट बना हुआ है। इसका मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में कुल निर्यात का 28 प्रतिशत हिस्सा है, जिसका मूल्य 36.61 अरब डॉलर है।

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