Bihar Assembly Elections 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का रास्ता साफ होता दिख रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की टीम और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को बैठक हुई। बिहार के प्रमुख राजनीतिक दलों ने शनिवार को चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि, आगामी विधानसभा चुनाव छठ पर्व के तुरंत बाद कराए जाएं और उन्हें कम से कम चरणों यानी दो फेज में पूरा किया जाए। यह मांग दलों ने चुनाव आयोग की दो दिवसीय रिव्यू मीटिंग के पहले दिन रखी, जो राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी।
पार्टियों का कहना है कि छठ के बाद चुनाव कराना मतदाताओं और उम्मीदवारों दोनों के लिए सुविधाजनक रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कम चरणों में मतदान होने से प्रचार अभियान की लंबाई और खर्च दोनों कम होंगे, जिससे चुनाव प्रक्रिया अधिक सुचारू और सरल हो जाएगी।
इन राजनीतिक पार्टियों से हुई बैठक
वहीं भारत निर्वाचन आयोग ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को पटना में चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ मिलकर बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। यह समीक्षा यात्रा दो दिनों तक चलेगी और पहले दिन आयोग ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से मुलाकात की। इनमें आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन), जनता दल (यू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी शामिल थीं।
छठ के बाद चुनाव कराने की मांग
भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, राजनीतिक दलों ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने और वोटर लिस्ट को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए आयोग का धन्यवाद किया। साथ ही, उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में अपने विश्वास और सहयोग को भी दोहराया। दलों ने यह सुझाव दिया कि मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विधानसभा चुनाव छठ पर्व के तुरंत बाद कराए जाएं। इसके अलावा, उन्होंने अनुरोध किया कि चुनाव को कम चरणों में पूरा किया जाए, ताकि प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक रहे।
चुनाव आयोग ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी
भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने आयोग पर पूर्ण विश्वास जताया और भरोसा व्यक्त किया कि वह स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने की अपनी ज़िम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएगा। आयोग ने बताया कि राजनीतिक दलों से मिले सुझावों के आधार पर अधिकारियों को डिटेल निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही, सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और राज्य प्रशासन को कहा गया है कि वे पूरी निष्पक्षता से काम करें और राजनीतिक दलों की शिकायतों का तुरंत समाधान सुनिश्चित करें। आयोग ने यह भी निर्देश दिया कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली फर्जी खबरों पर सख्त नजर रखी जाए और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि चुनावी माहौल निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बना रहे।
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