नीलगिरी जिले में स्ट्रॉबेरी की खेती अब किसानों के लिए बेहद लाभदायक विकल्प बन चुकी है। पुणे से लाए जाने वाले पौधे यहां की हल्की और ठंडी जलवायु में आसानी से उग जाते हैं और उनका स्वाद भी अनोखा होता है। किसान इन पौधों की विशेष देखभाल करते हैं, जैसे कि नियमित पानी देना, पौधों को पर्याप्त धूप मिलना और पौधों की जड़ों तथा मिट्टी की सही देखभाल करना। स्ट्रॉबेरी की ये खासियत है कि इसे एक बार लगाने के बाद लगभग 10 महीने तक लगातार फल मिल सकता है। इसकी फसल न केवल स्थानीय बाजारों में बिकती है बल्कि विदेशों में भी निर्यात की जाती है, जिससे किसानों को अच्छी आमदनी होती है। इस खेती में निवेश थोड़ी मेहनत और सही तकनीक से ही किया जाता है, लेकिन इसका लाभ लंबे समय तक मिलता है।