शाहजहांपुर जिले के किसान अब पारंपरिक फसलों तक सीमित नहीं रहकर उद्यान की खेती की ओर भी ध्यान दे रहे हैं। पारंपरिक फसलों में अक्सर लागत अधिक और मुनाफा कम होता है, लेकिन उद्यान की खेती किसानों के लिए अधिक लाभकारी साबित हो रही है। इस नई खेती में बागवानी और सब्जियों की खेती शामिल है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है। कई किसान अब पिंक ताइवान अमरूद के बाग लगा रहे हैं, जो लगभग 1 साल में उपज देने के लिए तैयार हो जाता है। अमरूद के बाग में दो लाइनों के बीच पर्याप्त जगह रहती है, जिसका उपयोग करके किसान लहसुन, प्याज, फूलगोभी या पत्ता गोभी जैसी सब्जियां उगा सकते हैं।
