आज के समय में किसानों के लिए परंपरागत फसलों पर निर्भर रहना आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो गया है। बदलती मौसम की परिस्थितियों, बाजार में कीमतों की अस्थिरता और लागत बढ़ने की वजह से किसानों को लाभ कम होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में नई और लाभकारी फसलों की ओर बढ़ना जरूरी हो जाता है। मोरिंगा या सहजन ऐसी ही फसल है, जो एक सीजन में ही अच्छा मुनाफा दे सकती है और साल में दो बार फल देती है। इसकी खेती न केवल सब्जी उत्पादन के रूप में लाभकारी है, बल्कि इसके पत्तियों की भी बाजार में अच्छी मांग रहती है, जिससे अतिरिक्त आमदनी का मौका मिलता है।
