लौकी की खेती करने वाले किसानों के लिए फल झड़ना, सड़ना और पौधों का कमजोर होना आम समस्याएं बन चुकी हैं। अक्सर किसानों को लगता है कि मेहनत के बावजूद फसल पूरी तरह स्वस्थ नहीं रहती, और इसका बड़ा कारण है कीट और फफूंद, खासकर फ्रूट फ्लाई का तेजी से फैलना। ये कीट फल की सतह को नुकसान पहुंचाते हैं और अंडे देकर नई पीढ़ी का कारण बनते हैं, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है और उत्पादन घटता है। एग्रीकल्चर एक्सपर्ट आलोक कुमार लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि यदि समय रहते इन समस्याओं पर नियंत्रण न किया जाए तो लौकी की फसल की उत्पादकता 40% तक कम हो सकती है।
