मध्य प्रदेश के निमाड़ इलाके में खेती का तरीका अब तेजी से बदल रहा है। यहां के किसान अब गेहूं, सोयाबीन या कपास जैसी पारंपरिक फसलों की जगह ऐसी खेती की ओर बढ़ रहे हैं, जिसमें मेहनत कम और मुनाफा कई गुना ज्यादा है। इसी बदलाव की मिसाल बन चुकी है गुलाब की खेती, जिसे अब लोग मजाक-मजाक में “किसानों का ATM” कहने लगे हैं। दरअसल, गुलाब की फसल में लागत बहुत कम आती है, लेकिन इसकी कमाई रोजाना होती है। सबसे खास बात ये है कि इसकी मांग कभी घटती नहीं चाहे शादी-ब्याह का सीजन हो, त्योहार हो या पूजा-पाठ, हर समय गुलाब की पंखुड़ियां बाजार में बिकती रहती हैं।
