गोंडा जिले में अब किसान पारंपरिक फसलों की बजाय नई और ज्यादा लाभदायक फसलों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें शिमला मिर्च (कैप्सिकम) की खेती सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। ये फसल थोड़ी मेहनत मांगती है, लेकिन अगर सही तकनीक और देखभाल की जाए तो किसान को बंपर पैदावार के साथ अच्छी कमाई भी मिल सकती है। कृषि विशेषज्ञ डॉ. अवनीश कुमार मिश्रा लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि गोंडा का मौसम और मिट्टी शिमला मिर्च की खेती के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। ठंडा और मध्यम तापमान, हल्की दोमट मिट्टी और अच्छी जल निकासी पौधों की बढ़त और फसल की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं।
