मॉनसून के आते ही देशभर के किसान खरीफ की खेती की तैयारी में लग जाते हैं, वहीं बुंदेलखंड के किसान भी तैयारियों में जुट गए है। इस बार सरकार ने सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर ₹5328 प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले साल की तुलना में ₹436 ज्यादा है। इसके बाद से ही किसानों को सबसे बड़ी सोयाबीन की फसल से है। हाल के कुछ सालों में नुकसान झेलने के कारण कई किसान सोयाबीन की खेती से पीछे हट गए थे। अब सरकार के इस कदम से किसानों में नई ऊर्जा और उम्मीद देखने को मिल रही है।