भावनगर जिले के तलाजा तालुका के राजपारा गांव में रहने वाले धमेलिया महेशभाई पहले रासायनिक खेती करते थे। उन्हें फसल उगाने के लिए उर्वरक और कीटनाशक का उपयोग करना पड़ता था। लेकिन उन्होंने कई किसान बैठकों और शिविरों में भाग लिया और प्राकृतिक खेती के बारे में जाना। इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि अब वो पूरी तरह प्राकृतिक खेती करेंगे। 2021 से महेशभाई ने रासायनिक खेती छोड़ दी और खेतों में प्राकृतिक तरीके से फसल उगाना शुरू किया। उन्होंने नई तकनीकें अपनाईं और अपने खेतों में प्रयोग किए।