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Teacher’s Day 2025: मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी 44 अन्य शिक्षकों के साथ आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से होंगी सम्मानित, खंडहर को बना दिया स्कूल

Teacher’s Day 2025: मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने 2017 में जिस मुश्किल हालात में अपने स्कूल का कार्यभार संभाला था, उसके बाद उनका आज राष्ट्रपति से सम्मान पाना किसी सपने जैसा लगता है। आइए जानते हैं आज सम्मानित होने वाली मधुरिमा के सफर के बारे में

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 05, 2025 पर 10:30 AM
Teacher’s Day 2025: मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी 44 अन्य शिक्षकों के साथ आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से होंगी सम्मानित, खंडहर को बना दिया स्कूल
स्कूल के लिए कर दिया ऐसा काम कि आज सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति मुर्मू

Teacher’s Day 2025: आज शिक्षक दिवस के मौके पर नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देशभर के 45 शिक्षकों को सम्मानित करेंगी। इन्हीं शिक्षकों में एक नाम है मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी का भी, जिन्हें आज राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया जाएगा। मधुरिमा तिवारी मिर्जापुर शहर के रानी कर्णावती स्कूल की प्रिंसिपल हैं। इन्होंने मिर्जापुर के इस स्कूल का कार्यभार 2017 में संभाला था, तब इस स्कूल में मात्र 56 बच्चे थे, जो आज बढ़ कर 300 के करीब पहुंच चुके हैं।

मधुरिमा तिवारी का ये सफर आसान नहीं रहा है। विद्यालय की बागडोर जब उनके हाथों में आई, तब इसकी स्थिति बहुत जर्जर थी। यह स्कूल न होकर अराजक तत्वों का अड्डा था। गंदगी और असुविधा यहां की पहचान हुआ करते थे। लेकिन अपनी मेहनत और लगन के बल पर इन्होंने स्कूल की काया हीं नहीं पलटी, बल्कि इसे पूरे जिले का रोल मॉडल बना डाला। 2022-23 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से राज्य के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का पुरस्कार प्रदान किया गया था।

एक समय था जब इस क्षेत्र में कॉन्वेंट स्कूलों का बोलबाला था, सरकारी स्कूल का नाम सुनते ही लोग मुंह बना लेते थे। ऐसे माहौल से शुरुआत कर मधुरिमा ने मेहनत और समुदायिक सहयोग से स्कूल को संवारा। अपने स्कूल को आगे निकालने के लिए उन्होंने सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, और विभागीय सहायता प्राप्त करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। कमजोर छात्राओं को अतिरिक्त दो घंटे पढ़ाने की शुरुआत की। स्कूल में विद्यार्थियों को सिलाई-कढ़ाई, कंप्यूटर, और आधुनिक शिक्षा के लिए प्रेरित किया। आज इस स्कूल में टाइल वाली क्लास है, प्रोजेक्टर से पढ़ाई होती है और स्कूल में स्मार्ट क्लाज वाली सभी सुविधाएं मौजूद हैं। वह कहती हैं, राष्ट्रपति सम्मान पाकर वह बेहद खुश हैं। यह साबित करता है कि मेहनत और लगन का फल जरूर मिलता है।

ये शिक्षक होंगे आज राष्टपति से सम्मानित

  • सुनीता सोनीपत
  • सब समाचार

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