
Bihar Assembly Elections 2025 : बिहार में पहले चरण की वोटिंग के लिए कैंपेन अपने आखिरी दौर में पहुंच गया है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार के लिए अपना जोर लगाया हुआ है। वहीं इस विधानसभा चुनाव में लालू यादव के परिवार की अंदरूनी लड़ाई भी राजनीतिक मैदान में आ गई है, जिससे बिहार की चुनावी लड़ाई में एक अप्रत्याशित मोड़ आने का खतरा है। तेज प्रताप यादव की जनशक्ति जनता दल अपने भाई तेजस्वी यादव के राघोपुर में अपनी ताकत दिखा रही है और वैशाली की महुआ सीट को छीनने की धमकी दे रही है। महुआ विधानसभा सीट आरजेडी का गढ़ रहा है। ऐसे में महुआ विधानसभा सीट के वोटर लालू परिवार की लड़ाई और इस चुनाव के बारे में क्या सोचते हैं...आइए जानते हैं।
महुआ के लोगों ने कही ये बात
महुआ के कुछ लोग तेज प्रताप यादव बनाम तेजस्वी यादव की चुनावी लड़ाई को दो बिल्लियों की लड़ाई जैसा देख रहे हैं, जिसमें बंदर रोटी लेकर भाग सकता है। महुआ के रहने वाले बिजनेसमैन अरुण कुमार ने न्यूज18 से बात करते हुए बताया कि , “दोनों भाई लड़ रहे हैं। महुआ RJD का गढ़ है क्योंकि यह यादव बहुल इलाका है। लेकिन अगर यादव वोट बंट जाएगा तो लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संतोष सिंह को फायदा हो सकता है।” वह आगे कहते हैं कि अल्पसंख्यक वोटों के पास अफशा परवीन का भी ऑप्शन है, जो जनता दल यूनाइटेड (JDU) का टिकट चाहती थीं लेकिन अब निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।
दो भाइयों के बीच लड़ाई
तेजस्वी के RJD उम्मीदवार मुकेश रंजन के लिए प्रचार करने के बाद महुआ और राघोपुर में हलचल बढ़ गई। तेजस्वी ने तेज प्रताप का नाम नहीं लिया और नौकरी वाला अपना मैसेज दोहराया। उन्होंने महुआ के लोगों से पूछा, “अगर नौकरी चाहिए तो तेजस्वी का हाथ मजबूत कीजिए। मुकेश को जीत की माला पहना दें ना?” इसके बाद उन्होंने RJD उम्मीदवार को माला पहनाई। हालांकि, तेज प्रताप पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरे।
तेजस्वी के महुआ में प्रचार करने के बाद तेज प्रताप ने जवाब दिया, “चुनाव के बाद उसको झुनझुना पकड़ा देंगे।” लालू-राबड़ी के बड़े बेटे ने अपने छोटे भाई को नौसिखिया कहा। तेज प्रताप ने कहा, “उसके दूध के दांत अभी टूटे नहीं हैं।” तेज प्रताप सोमवार को तेजस्वी के चुनाव क्षेत्र राघोपुर में भी कैंपेन करने पहुंचे। राघोपुर में तेज प्रताप की रैली में भारी भीड़ देखी गई, जिससे पॉलिटिकल एनालिस्ट सोचने पर मजबूर हो गए कि क्या 6 नवंबर को कुछ ऐसा होगा जिसकी उम्मीद नहीं थी - यादव वोटों में बंटवारा देखने को मिलेगा?
तेजप्रताप को लोग कर रहे पसंद!
महुआ में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले रामेश्वर राय ने खुलेआम खुद को लालू यादव का सपोर्टर बताया। RJD को वोट के सवाल पर उन्होंने कहा, "लालू के बेटे को वोट देंगे (लालू के बेटे को वोट देंगे, बड़े वाले को)।" जब और पूछा गया तो उन्होंने कहा, "बड़े बेटे को - तेज को।"
डॉ. प्रमोद भगत, जो एक मेडिकल प्रैक्टिशनर हैं, इस उलझन को समझाते हैं। उन्होंने बताया, "तेज प्रताप भी तेजस्वी की तरह लालू के बेटे हैं, लेकिन जब वह हेल्थ मिनिस्टर थे तो वह महुआ में एक मेडिकल कॉलेज भी लाए थे। यह बहुत बड़ी बात है।" मेडिकल कॉलेज, भले ही अभी चालू न हुआ हो, महुआ में चर्चा का विषय है। राज्य के हेल्थ मिनिस्टर के तौर पर तेज प्रताप ने यह कदम उठाया था और अब महुआ में सपोर्टर्स को लगता है कि धन्यवाद कहने का समय आ गया है।
आप उनसे पूछते हैं कि सरकार में न होने पर भी, RJD से निकाले जाने के बाद भी तेज प्रताप कोई डेवलपमेंट का काम कैसे कर सकते हैं और तुरंत जवाब मिलता है। वह कहते हैं, "यह लड़ाई चुनाव खत्म होने के बाद सुलझ जाएगी। वोट तेज को दो या तेजस्वी को...लालू जी को ही जाएगा (यह लड़ाई चुनाव के बाद सुलझ जाएगी। आप किसी भी बेटे को वोट दें, वह लालू यादव को ही जाएगा)।"
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