बिहार का चुनावी बुखार बेंगलुरु तक फैला है, खासकर 'छोटा बिहार' कहे जाने वाले इलाकों में फैल गया है, जहां बिहारी प्रवासी आबादी बड़ी संख्या में रहती है। दिलचस्प बात यह है कि प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी (JSP) इस बड़े प्रवासी समुदाय को टारगेट कर रही है और उनसे घर लौटने और "शिक्षा और रोजगार" के लिए वोट देने की अपील कर रही है। ‘बेंगलुरु से बिहार बदलो’ PK की JSP की तरफ से शुरू किया गया एक अभियान है, जिसमें राज्य के बाहर रहने वाले बिहारियों से बिहार की राजनीतिक कहानी को फिर से लिखने में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया गया है।
