Get App

लोकसभा चुनाव 2024 में लगा था झटका… हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली के बाद अब बिहार में BJP की बड़ी जीत,

Bihar Election 2025 Result : लोकसभा चुनावों में मिली बड़ी हार के बाद भी भाजपा के लिए महिला वोटर सबसे मजबूत समर्थन बनकर सामने आई हैं। महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली की तरह बिहार में भी पार्टी ने महिलाओं पर खास ध्यान दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने सितंबर में एक रोजगार योजना के तहत लाखों महिलाओं को 7,500 करोड़ रुपये की सहायता दी, जिसे बिहार चुनाव में भाजपा के लिए सबसे प्रभावी वोट जुटाने वाला कदम माना जा रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 14, 2025 पर 7:12 PM
लोकसभा चुनाव 2024 में लगा था झटका… हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली के बाद अब बिहार में BJP की बड़ी जीत,
PM Modi in Bihar: लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने एक बार फिर मजबूत वापसी की है।

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने एक बार फिर मजबूत वापसी की है। आम चुनावों के बाद हुए राज्यों के चुनावों में पार्टी ने लगातार जीत दर्ज की है। महाराष्ट्र और दिल्ली में बड़ी जीत मिली, वहीं हरियाणा में भी अप्रत्याशित सफलता हासिल हुई। अब बिहार में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बिहार में भाजपा ने एक 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से उसने 50 सीटों पर जीत हासिल कर ली है और 41 सीटों पर आगे चल रही है। कुल मिलाकर बिहार में भाजपा के खाते में 91 सीटें जा रही है। 

बिहार में जीत के मायने 

बिहार में मिली बढ़त भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह देश का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और संसद में बड़ी संख्या में सांसद भेजता है। इस राज्य पर मजबूत पकड़ किसी भी दल की हिंदी पट्टी में स्थिति को और मजबूत बनाती है और राष्ट्रीय राजनीति की दिशा पर भी असर डालती है। चुनाव आयोग के शुरुआती रुझानों के मुताबिक, एनडीए comfortably आगे है, जिससे यह संकेत मिलता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बार अपने राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी जीत मिल सकती है

लोकसभा चुनाव के बाद बदले हालात

लोकसभा चुनाव में भाजपा को भरोसा था कि 2019 की 303 सीटों से भी बड़ा जनादेश मिलेगा और इसी विश्वास के साथ "अबकी बार, 400 पार" का नारा दिया गया था। लेकिन नतीजे उम्मीद से अलग रहे। पार्टी के कुछ समर्थक नाराज़ दिखे, और कई मतदाता विपक्ष के उस नारे से प्रभावित हुए जिसमें कहा जा रहा था कि भाजपा के “अहंकार” के चलते संविधान खतरे में है। इसका असर यह हुआ कि भाजपा अकेले बहुमत से दूर रह गई, हालांकि उसके नेतृत्व वाला एनडीए 543 में से 294 सीटें जीतकर आराम से सरकार बनाने की स्थिति में रहा। वहीं, कांग्रेस ने भी 99 सीटें जीतकर अपने लिए एक बड़ा बदलाव महसूस किया और माना कि लंबे समय के बाद उसकी स्थिति फिर से सुधर सकती है।

लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा को भारी नुकसान हुआ और वह उत्तर प्रदेश के बाद देश के दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक राज्य में अपना प्रभाव बनाए नहीं रख सकी। हरियाणा में भी उसकी सीटें 10 से घटकर सिर्फ 5 रह गईं। इन नतीजों के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि जिन राज्यों को भाजपा ने लंबे समय तक अपना मजबूत गढ़ बनाया था, वहां आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की राह मुश्किल हो सकती है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें