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Prashant Kishor: 'बिहार चुनाव नतीजों के बाद ठीक से नींद नहीं आई'; जन सुराज की करारी हार पर प्रशांत किशोर का छलका दर्द

Prashant Kishor News: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का उनका निर्णय गलती माना जा सकता है। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि उनकी पार्टी को चार प्रतिशत से कम वोट मिलेंगे। बिहार चुनावों में जन सुराज पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Nov 19, 2025 पर 5:08 PM
Prashant Kishor: 'बिहार चुनाव नतीजों के बाद ठीक से नींद नहीं आई'; जन सुराज की करारी हार पर प्रशांत किशोर का छलका दर्द
Prashant Kishor News: बिहार विधानसभा चुनावों में जन सुराज पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही

Prashant Kishor News: प्रशांत किशोर ने बुधवार (19 नवंबर) को कहा कि पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी की करारी हार होने के बाद से वह ठीक से सो नहीं पाए हैं। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का उनका निर्णय गलती माना जा सकता है। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि उनकी पार्टी को चार प्रतिशत से कम वोट मिलेंगे। हाल में समाप्त हुए विधानसभा चुनावों में जन सुराज पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।

किशोर ने NDTV से कहा कि चुनाव नतीजे एक बहुत बड़ा झटका थे। लेकिन वह बिहार के राजनीतिक क्षेत्र में अपनी कोशिशें जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, "जब तक आप हार नहीं मानते, तब तक हार नहीं मानते।" उन्होंने आगे कहा, 'BJP के भी एक समय सिर्फ दो सांसद थे। जब आप कोई पार्टी बनाते हैं, तो ऐसे नतीजे आ सकते हैं। लेकिन हमने जाति और धर्म का जहर नहीं फैलाया। हम फिर से कोशिश करेंगे।"

किशोर ने कहा कि उन्होंने बिहार के कल्याण के लिए 10 साल समर्पित किए हैं। उन्होंने कहा, "मैंने बिहार में इस प्रयास के लिए 10 साल समर्पित किए थे। लगभग साढ़े तीन साल बीत चुके हैं। बेशक, मैंने 10वें साल में सफलता का स्वाद चखने की योजना नहीं बनाई थी। हमें यकीन था कि हम तीन साल में सफल हो जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम फिर से कोशिश करेंगे।"

जन सुराज पार्टी प्रमुख के अनुसार, उनकी पार्टी के प्रयासों को चुनावी सफलता तो नहीं मिली। लेकिन वे बिहार में राजनीतिक विमर्श को जाति और धर्म से हटाकर रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों पर ले जाने में कामयाब रहे। जन सुराज पार्टी को राज्य भर में 16.77 लाख वोट मिले। प्रशांत की पार्टी  ने जिन 238 सीटों पर चुनाव लड़ा। उनमें से 236 पर उसकी जमानत जब्त हो गई। इनमें से 230 सीटों पर उसका वोट शेयर 10 प्रतिशत से भी कम रहा।

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