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Chhorii 2 Review: कैसी है नुसरत भरूचा और सोहा अली खान की 'छोरी 2'? फिल्म देखने से पहले पढ़े रिव्यू

Chhorii 2 Review: फिल्म 'छोरी 2' की शुरुआत एक छोटी सी बच्ची से होती है। वह लालटेन लेकर गन्ने के डरावने खेतों में अपनी मां को ढूंढती हुई चलती जाती है। नुसरत भरुचा ने इस फिल्म में साक्षी का रोल बहुत ही दमदार तरीके से निभाया है। सोहा अली खान ने दासी मां के रोल में सबको डरा दिया है। 'छोरी 2' 11 अप्रैल को अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो गई है। आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 11, 2025 पर 4:43 PM
Chhorii 2 Review: कैसी है नुसरत भरूचा और सोहा अली खान की 'छोरी 2'? फिल्म देखने से पहले पढ़े रिव्यू
Chhorii 2 Review: 'छोरी 2' फिल्म 11 अप्रैल से अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही है

Chhorii 2 Review: बॉलीवुड में हर साल कोई ना कोई हॉरर फिल्में रिलीज होती रहती है। इस हॉरर फिल्मों में हम अक्सर पुरानी हवेली, धुंध से भरे रास्ते और अचानक से सुनाई देने वाली चीखें सुनते हैं। पर कुछ हॉरर फिल्में ऐसी होती है कि जो हमें डराती भी है और साथ ही हमारे दिमाग पर एक गहरा असर भी छोड़ती है। ऐसी ही एक फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई है 'छोरी 2'। ये फिल्म साल 2021 में आई 'छोरी' का सीक्वल है, जो 11 अप्रैल को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज की गई है।

डायरेक्टर विशाल फुरिया 'छोरी 2' के साथ एक बार फिर डर की दुनिया में लौटे हैं। इस बार इसे और भी दमदार तरीके से दिखाया गया है। ये फिल्म आपको डराने के साथ सोचने पर भी मजबूर कर देती है

क्या है फिल्म की कहानी

फिल्म 'छोरी 2' की शुरुआत एक छोटी सी बच्ची से होती है। वह लालटेन लेकर गन्ने के डरावने खेतों में अपनी मां को ढूंढती हुई चलती जाती है। उसकी आवाज में डर और मासूमियत साफ झलकती है। लेकिन मां की जगह उसे कुछ अजीब लोग मिलते हैं जिनके चेहरे पीले होते हैं और वो बार-बार कहते हैं , "मां बुला रही है।" जिसके बाद एक कुएं में उतरने के बाद यह सीन खत्म हो जाता है। अब सात साल बीत चुके हैं। अब वह छोटी बच्ची बड़ी होकर इशानी बन जाती है, जिसे एक अजीब बीमारी होती है, उसे सूरज की रोशनी से खतरा होता है। उसकी मां साक्षी (नुसरत भरुचा) इंस्पेक्टर समर (गश्मीर महाजनी) के साथ रहती है। जहां पर वे सेफ और शांति से रहते हैं। लेकिन ये शांति ज्यादा देर टिक नहीं पाती। इशानी को एक डरावनी आत्मा अपनी ओर खींचने लगती है। इसके बाद साक्षी की जिंदगी में फिर से वहीं डर और तबाही आ जाती है।

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