Dhurandhar: कुछ परफ़ॉर्मेंस सिर्फ़ मनोरंजन नहीं करतीं, वो सीधा यादों में उतर जाती हैं। रणवीर सिंह की धुरंधर भी उन्हीं में से एक है, जहां हर सीन ख़त्म होने के बाद भी दिल और दिमाग़ में गूंजता रहता है। स्क्रीन ब्लैक होने के बाद भी जिस एहसास की पकड़ ढीली नहीं पड़ती, वही असली सिनेमैटिक जादू है। दर्शक और आलोचक जिस तरह इसे रणवीर का करियर-बेस्ट बता रहे हैं, उसकी वजह भी यही है, तो आइए बात करते हैं उन सीनों की, जिन्होंने हर किसी पर गहरी छाप छोड़ दी।
