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7 दिन, 7 मीटिंग और एक बहाना; बीएसएफ के जवान को छोड़ नहीं रहा पाकिस्तान

पुलवामा हमले के बाद विंग कमांडर Abhinandan Varthaman को जिस तरह करीब 60 घंटे तक पाकिस्तान ने अपने कब्जे में रखा था, वैसी ही चाल एक बार फिर पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान चल रहा है। इस बार बीएसएफ का एक जवान सीमा पार कर पाकिस्तान में थोड़ा ही अंदर गया और हिरासत में ले लिया गया। उन्हें छुड़ाने के लिए सात दिन से हर दिन बैठक हो रही है लेकिन पाकिस्तान एक ही बहाना बना रहा है

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 01, 2025 पर 11:31 AM
7 दिन, 7 मीटिंग और एक बहाना; बीएसएफ के जवान को छोड़ नहीं रहा पाकिस्तान
बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटीज फोर्स) के 182वीं बटालियन के एक जवान पीके साहू के पाकिस्तानी कब्जे में गए सात दिन गुजर चुके हैं।

बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटीज फोर्स) के 182वीं बटालियन के एक जवान पीके साहू के पाकिस्तानी कब्जे में गए सात दिन गुजर चुके हैं। करीब सात दिन पहले पीके साहू पंजाब के फिरोजपुर के समीप इंटरेशनल बॉर्डर पर गलती से पाकिस्तान चले गए थे और पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया। उनकी रिहाई के लिए दोनों देशों की फोर्सेज के बीच हर दिन बैठक हो रही है लेकिन पाकिस्तानी रेंजर्स लगातार "वरिष्ठ अधिकारियों से आदेश न मिलने" का बहाना बनाते हुए पीके साहू को अपनी हिरासत में रखे हुए हैं। न्यूज18 को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हर बैठक करीब 15 मिनट की हो रही है और हर बैठक में एक ही बहाना पाकिस्तान रेंजर्स दे रहे हैं कि उन्हें अपने उच्च अधिकारियों से निर्देशों का इंतजार है।

पाकिस्तान में कितना अंदर गए थे पीके साहू?

अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि पीके साहू पाकिस्तानी क्षेत्र में बमुश्किल 1-2 मीटर अंदर ही घुसे थे। यह एक ऐसी घटना थी, जिसे पाकिस्तान की इच्छा होने पर कुछ ही घंटों में सुलझाया जा सकता था। इसकी बजाय पूरे एक सप्ताह के बाद भी जवान को रिहा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे पाकिस्तान की मंशा पर गंभीर चिंताएं पैदा हो रही हैं।

पहली बार नहीं हुई है ऐसी घटनाएं

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