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Air India के इस फॉर्म को लेकर मचा बवाल, विमान दुर्घटना के पीड़ित परिवारों से पूछे ऐसे सवाल, वकील ने बताया 'शर्मनाक'

Air India Plane Crash: पीटर नीनन, जो पहले MH17 और MH370 जैसे बड़े विमान हादसों में पीड़ितों की ओर से केस लड़ चुके हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे के तुरंत बाद जब परिवार अपने मृत परिजनों की पहचान करने पहुंचे, तब उन्हें भीड़भाड़ वाले, तेज गर्मी और अंधेरे कमरे में बैठाकर एक जटिल फॉर्म भरने को मजबूर किया गया

Shubham Sharmaअपडेटेड Jul 04, 2025 पर 4:08 PM
Air India के इस फॉर्म को लेकर मचा बवाल, विमान दुर्घटना के पीड़ित परिवारों से पूछे ऐसे सवाल, वकील ने बताया 'शर्मनाक'
Air India के इस फॉर्म को लेकर मचा बवाल, विमान दुर्घटना के पीड़ित परिवारों से पूछे ऐसे सवाल, वकील ने बताया 'शर्मनाक'

एयर इंडिया फ्लाइट 171 हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवारों की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ रहे ब्रिटेन के नामी एविएशन वकील पीटर नीनन ने एयर इंडिया पर "नैतिक रूप से शर्मनाक" और "अमानवीय बर्ताव" का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि एयरलाइन जानबूझकर पीड़ित परिवारों को भ्रमित कर रही है, ताकि उन्हें पूरा मुआवजा न देना पड़े और कंपनी कम से कम 100 मिलियन यूरो (करीब 1,070 करोड़ रुपए) बचा सके।

मुआवजे की प्रक्रिया में उत्पीड़न?

The Guardian की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटर नीनन, जो पहले MH17 और MH370 जैसे बड़े विमान हादसों में पीड़ितों की ओर से केस लड़ चुके हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे के तुरंत बाद जब परिवार अपने मृत परिजनों की पहचान करने पहुंचे, तब उन्हें भीड़भाड़ वाले, तेज गर्मी और अंधेरे कमरे में बैठाकर एक जटिल फॉर्म भरने को मजबूर किया गया, जिसमें आर्थिक डिटेल और आश्रितों की जानकारी मांगी गई।

नीनन के मुताबिक, इन परिवारों को किसी कानूनी सलाह, चेतावनी या दस्तावेज की कॉपी तक नहीं दी गई। उल्टा, एयर इंडिया के अधिकारी कुछ परिवारों के घर तक पहुंच गए और पूछा कि फॉर्म अभी तक क्यों नहीं भरा।

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