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Delhi AQI: प्रदूषण से हाल बेहाल...दिल्ली-NCR में 50% वर्क फ्रॉम होम! ग्रैप -3 में लागू होंगे Grap-4 के नियम

Delhi AQI: सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) के सुझाए गए शॉर्ट-टर्म उपायों के तहत ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के नियमों में बदलाव की अनुमति दे दी है। अब GRAP के पहले चरण में ही कड़े नियम लागू किए जाएंगे और हर चरण के नियमों को कड़ा कर दिया जाएगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 22, 2025 पर 3:48 PM
Delhi AQI: प्रदूषण से हाल बेहाल...दिल्ली-NCR में 50% वर्क फ्रॉम होम! ग्रैप -3 में लागू होंगे Grap-4 के नियम
Delhi AQI: राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में फैली जहरीली हवा साफ होने का नाम नहीं ले रही है।

राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में फैली जहरीली हवा साफ होने का नाम नहीं ले रही है। पूरा आसमान सफेद धुंध की चादर से ढका हुआ है। एयर क्वालिटी इंडेक्ट (AQI) लगातार 400 के पार है। वहीं लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। राजधानी के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहर घने प्रदूषण की चादर में ढके हुए हैं। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्‍तर को देखते हुए ग्रैप की पाबंदियों को और सख्‍त करने का फैसला किया गया है। इसके तहत ग्रैप-III में ग्रैप-IV की कुछ पाबंदियों को शामिल करने की सलाह दी गई है।

कोर्ट ने दिए ये निर्देश 

बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) के सुझाए गए शॉर्ट-टर्म उपायों के तहत ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के नियमों में बदलाव की अनुमति दे दी है। अब GRAP के पहले चरण में ही कड़े नियम लागू किए जाएंगे और हर चरण के नियमों को कड़ा कर दिया जाएगा। सके तहत ग्रैप-III में ग्रैप-IV की कुछ पाबंदियों को शामिल करने की सलाह दी गई है। इसमें वर्क फ्रॉम होम की भी सलाह भी शामिल है। इससे प्रदूषण के स्‍तर को कम करने में कुछ मदद मिलेगी।

इसका मतलब है कि अब कुछ कदम पहले ही चरण में लागू होंगे। यानी स्टेज 4 की एडवाइजरी (जब AQI 450 से ऊपर हो) अब स्टेज 3 (AQI 401–450) पर लागू होगी। स्टेज 3 के उपाय स्टेज 2 (AQI 301–400) में आ जाएंगे, और स्टेज 2 के नियम स्टेज 1 (AQI 201–300) में ही लागू कर दिए जाएंगे। CAQM ने ये बदलाव सुप्रीम कोर्ट के 19 नवंबर के निर्देश के बाद किए। कोर्ट ने कहा था कि एयर क्वालिटी को और खराब होने से रोकने के लिए सभी संबंधित पक्षों से सलाह लेकर पहले से कदम उठाए जाएं। इसी सलाह के आधार पर यह प्रोएक्टिव प्लान बनाया गया है।

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