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Puri Rath Yatra Stampede: श्री गुंडिचा मंदिर के पास मची भगदड़; 3 की मौत, 50 घायल

Puri Rath Yatra: पुरी में रथयात्रा शुरू होने के एक दिन बाद शनिवार को भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्री गुंडिचा मंदिर पहुंचे। श्री गुंडिचा मंदिर को देवताओं की मौसी का घर माना जाता है। यह मंदिर 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से 2.6 किलोमीटर दूर है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Jun 29, 2025 पर 1:34 PM
Puri Rath Yatra Stampede: श्री गुंडिचा मंदिर के पास मची भगदड़; 3 की मौत, 50 घायल
अधिकारियों का कहना है कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 6 लोगों की हालत गंभीर है।

ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के निकट रविवार को रथयात्रा उत्सव के दौरान भगदड़ मच गई। हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए। पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन के मुताबिक, यह घटना तड़के करीब 4 बजे हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु रथयात्रा उत्सव देखने के लिए मंदिर के पास इकट्ठे हुए थे। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अफरा-तफरी तब मची, जब अनुष्ठान के लिए सामग्री ले जा रहे दो ट्रक भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के पास भीड़भाड़ वाले स्थान पर घुसे।

अधिकारियों का कहना है कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 6 लोगों की हालत गंभीर है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। मृतकों की पहचान बोलागढ़ निवासी बसंती साहू और बालीपटना निवासी प्रेमकांत मोहंती व प्रवती दास के रूप में हुई है।

क्यों विख्यात है श्री गुंडिचा मंदिर

पुरी में रथयात्रा शुरू होने के एक दिन बाद शनिवार को भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्री गुंडिचा मंदिर पहुंचे। श्री गुंडिचा मंदिर को देवताओं की मौसी का घर माना जाता है। यह मंदिर 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से 2.6 किलोमीटर दूर है। हर साल भगवान, जगन्नाथ मंदिर से अपनी मौसी के घर यानि श्री गुंडिचा मंदिर जाते हैं। भगवान की वापसी की यात्रा को ‘बहुदा यात्रा’ के नाम से जाना जाता है। यह इस साल 5 जुलाई को होगी।

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