सर्दियों की ठंड शुरू होते ही रेलवे की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। हर साल घने कोहरे की वजह से ट्रेनों का संचालन मुश्किल हो जाता है। स्टेशन पर इंतजार करते यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है और कई बार घंटों तक ट्रेन आने का कोई पता नहीं चलता। इस मौसम मेंविजिबिलिटी कम होने से ट्रेनें देरी से चलती हैं या फिर रद्द करनी पड़ती हैं। रेलवे हर साल इस परेशानी से निपटने के लिए नई तकनीकें अपनाने की कोशिश करता है, लेकिन कोहरा अब भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। इस बार भी ठंड बढ़ते ही कई ट्रेनों के टाइम टेबल बिगड़ गए हैं।
