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दिल्ली में BJP ने दोहराईं ये 2 गलतियां, तो मिल सकती है झारखंड से भी बड़ी हार

दिल्ली में अगर झारखंड जैसी गलतियां हुईं, तो झारखंड से बड़ी हार बीजेपी को मिल सकती है, इसकी गवाही पिछले दो विधानसभा चुनाव के नतीजे देते हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटें जीत चुकी है, तो वहीं 2020 में AAP ने 62 सीटें जीती थीं। इन दोनों चुनाव को देखें तो इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सामने AAP के रूप में बड़ी चुनौती है

Arun Tiwariअपडेटेड Nov 26, 2024 पर 6:15 AM
दिल्ली में BJP ने दोहराईं ये 2 गलतियां, तो मिल सकती है झारखंड से भी बड़ी हार
दिल्ली में BJP ने दोहराईं 2 गलतियां तो मिल सकती है झारखंड से भी बड़ी हार

महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव होने हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब करीब दो महीने का वक्त बचा हुआ है। अभी जिन दो राज्यों के चुनाव नतीजे आए हैं, उनमें महाराष्ट्र में तो बीजेपी को प्रचंड जीत मिली, लेकिन झारखंड ने पार्टी की आशाओं पर पानी फेर दिया। झारखंड में बीजेपी की हार पर विश्लेषण जारी हैं और इनमें कई कारण सामने आए हैं। इनमें सीएम फेस घोषित न करना, गलत मुद्दे को प्रदेश स्तर पर उठाना और जयराम कुमार महतो से गठबंधन न करना शामिल है। अब दिल्ली चुनाव में बीजेपी झारखंड की दो गलतियों को दोहराने से जरूर बचना चाहेगी।

दिल्ली में अगर झारखंड जैसी गलतियां हुईं, तो झारखंड से बड़ी हार बीजेपी को मिल सकती है, इसकी गवाही पिछले दो विधानसभा चुनाव के नतीजे देते हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटें जीत चुकी है, तो वहीं 2020 में AAP ने 62 सीटें जीती थीं। इन दोनों चुनाव को देखें तो इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सामने AAP के रूप में बड़ी चुनौती है।

अरविंद केजरीवाल के सामने बीजेपी का चेहरा कौन?

दिल्ली में बीजेपी के सामने वही चुनौती है जो वो अक्सर लोकसभा चुनाव में विपक्ष के सामने खड़ा करती है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का हवाला देते हुए विपक्ष से उसका चेहरा पूछती है और विपक्ष इस पर बगलें झांकता रह जाता है। कुछ वैसी ही स्थिति दिल्ली में बीजेपी के सामने है। दिल्ली के मुख्यमंत्री जनाधार वाले लोकप्रिय नेता हैं, जिनका विकल्प बीजेपी बीते दस सालों में तलाश नहीं पाई है।

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