प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी को हुआ, जो श्रद्धा, आस्था और सनातन संस्कृति का प्रतीक है। इस महापर्व के दौरान तीन महत्वपूर्ण अमृत स्नान हो चुके हैं—मकर संक्रांति (15 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी) और बसंत पंचमी (3 फरवरी)। इन तिथियों पर संगम तट पर आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला, जहां देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं और साधु-संतों ने डुबकी लगाकर मोक्ष व आध्यात्मिक शुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया। महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सनातन संस्कृति, संत परंपरा और भारतीय आध्यात्मिकता का भव्य उत्सव भी है।