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Adani Group पर आरोपों से फिर मॉरीशस पर खड़े हुए सवाल, इमेज सुधारने की कोशिशों के बीच उभरा नया मामला

मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों के रूप में अपनी पहचान को दूर करने के लिए मॉरीशस वर्षों से कोशिश कर रहा है। हालांकि एक बार फिर यह इसी को लेकर चर्चा में आ गया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने गौतम अदाणी के भाई विनोद और उनके सहयोगियों पर मनी लांड्रिंग और शेयर प्राइस मैनिपुलेशन के लिए मॉरीशस के रास्ते के इस्तेमाल का आरोप लगाया

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 09, 2023 पर 9:14 AM
Adani Group पर आरोपों से फिर मॉरीशस पर खड़े हुए सवाल, इमेज सुधारने की कोशिशों के बीच उभरा नया मामला
अमेरिकी शॉर्ट सेलर का आरोप है कि विनोद अदाणी से जुड़ी 38 कंपनियां मॉरीशस में स्थित हैं। हिंडनबर्ग का दावा है कि इनमें से कुछ का इस्तेमाल भारत से पैसों को घुमाने में किया जाता था और इसके बाद फिर इन पैसों का इस्तेमाल अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों के भाव बढ़ाने में किया जाता था।

मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों के रूप में अपनी पहचान को दूर करने के लिए मॉरीशस वर्षों से कोशिश कर रहा है। हालांकि एक बार फिर यह इसी को लेकर चर्चा में आ गया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने गौतम अदाणी के भाई विनोद और उनके सहयोगियों पर मनी लांड्रिंग और शेयर प्राइस मैनिपुलेशन के लिए मॉरीशस के रास्ते के इस्तेमाल का आरोप लगाया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कैरेबिया से लेकर यूएई तक शेल कंपनियों के जाल का जिक्र किया गया है लेकिन आगे यह भी कहा गया है कि मॉरीशस की ऑफशोर कंपनियों ने अधिक बड़ी भूमिका निभाई। आइए जानते हैं कि अदाणी ग्रुप पर मॉरीशस कनेक्शन का क्या आरोप है, इस पर ग्रुप का क्या कहना है और वहां की सरकार का क्या कहना है?

38 कंपनियों का कनेक्शन मॉरीशस से

अमेरिकी शॉर्ट सेलर का आरोप है कि विनोद अदाणी से जुड़ी 38 कंपनियां मॉरीशस में स्थित हैं। हिंडनबर्ग का दावा है कि इनमें से कुछ का इस्तेमाल भारत से पैसों को घुमाने में किया जाता था और इसके बाद फिर इन पैसों का इस्तेमाल अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों के भाव बढ़ाने में किया जाता था। अमेरिकी शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट जाने के पहले पिछले पांच वर्षों में अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर जमकर उछले।

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सबसे ज्यादा तो इसकी फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) में रही जो 2600 फीसदी उछला जो निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में 41 गुना अधिक रहा। हालांकि 24 जनवरी को जारी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर ग्रुप ने 29 जनवरी को 413 पेज के जवाब में कहा कि ग्रुप के हर दिन के कामों में विनोद अदाणी की कोई भूमिका नहीं है। ग्रुप के मुताबिक विदेशी कंपनियां अदाणी ग्रुप की कंपनियों में पब्लिक शेयरहोल्डर्स हैं और किसी भी रूप में इनका प्रमोटर्स से इनका कोई संबंध नहीं है।

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