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भारत में बन रहा है हर 5 में से 1 iPhone, FY25 में 22 अरब डॉलर का रहा प्रोडक्शन

Apple अब अपनी पूरी iPhone रेंज को भारत में असेंबल करती है, जिसमें अधिक महंगे टाइटेनियम प्रो मॉडल भी शामिल हैं। भारत के स्मार्टफोन बाजार में Apple की लगभग 8% हिस्सेदारी है। भारत में Apple डिवाइसेज की वित्त वर्ष 2024 में बिक्री लगभग 8 अरब डॉलर तक पहुंच गई

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Apr 13, 2025 पर 10:59 AM
भारत में बन रहा है हर 5 में से 1 iPhone, FY25 में 22 अरब डॉलर का रहा प्रोडक्शन
Apple और उसके सप्लायर मैन्युफैक्चरिंग के लिए चीन से भारत की ओर रुख कर रहे हैं।

अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद से टेक कंपनी Apple काफी चर्चा में है। इसकी वजह है कि यह चीन और उसके बाद भारत में अपने iPhone की मैन्युफैक्चरिंग करती है। रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होने के बाद एपल के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई। हालांकि अब खबर है कि स्मार्टफोन और कंप्यूटर सहित कई कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स रेसिप्रोकल टैरिफ के दायरे में नहीं आएंगे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग के नए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि रेसिप्रोकल टैरिफ से बाहर रखे गए HSN कोड्स में स्मार्टफोन, कंप्यूटर/लैपटॉप, टेलिकॉम इक्विपमेंट, चिपमेकिंग मशीनरी, रिकॉर्डिंग डिवाइस, डेटा प्रोसेसिंग मशीन और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली सहित कई टेक प्रोडक्ट शामिल हैं।

यह Apple और Nvidia Corp. जैसी कंपनियों के लिए अच्छी खबर है। लेकिन इसके बावजूद अमेरिकी टेक कंपनियों को चीन में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स, भारत में बने प्रोडक्ट्स के मुकाबले 20 प्रतिशत महंगे पड़ेंगे। इसकी वजह है कि नए गाइडेंस के तहत चीन में बनकर अमेरिका आने वाले स्मार्टफोन, कंप्यूटर और एक्सक्लूजन लिस्ट में शामिल अन्य कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स को 125 प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ से तो छूट रहेगी, लेकिन 20 प्रतिशत का वह टैरिफ अभी भी चीन से आने वाले सामान पर लागू होगा, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में चीन पर लगाया था। यह रेसिप्रोकल टैरिफ से अलग है। वहीं भारत में बने iPhone पर जीरो रेसिप्रोकल टैरिफ रहेगा।

भारत में बन रहे हैं 20% iPhone

वित्त वर्ष 2024-25 में Apple Inc. ने भारत में 22 अरब डॉलर के iPhone बनाए। यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 60% ज्यादा है। यह डॉलर फिगर डिवाइस की अनुमानित फैक्ट्री गेट वैल्यू को दर्शाती है, न कि मार्क्ड अप रिटेल प्राइस को। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में मामले की जानकारी रखने वालों के हवाले से कहा गया है कि कंपनी अब भारत में अपने iPhones का 20% बनाती है। या यूं कह सकते हैं कि एपल का हर 5 में से 1 iPhone भारत में बन रहा है।

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