अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद से टेक कंपनी Apple काफी चर्चा में है। इसकी वजह है कि यह चीन और उसके बाद भारत में अपने iPhone की मैन्युफैक्चरिंग करती है। रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होने के बाद एपल के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई। हालांकि अब खबर है कि स्मार्टफोन और कंप्यूटर सहित कई कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स रेसिप्रोकल टैरिफ के दायरे में नहीं आएंगे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग के नए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि रेसिप्रोकल टैरिफ से बाहर रखे गए HSN कोड्स में स्मार्टफोन, कंप्यूटर/लैपटॉप, टेलिकॉम इक्विपमेंट, चिपमेकिंग मशीनरी, रिकॉर्डिंग डिवाइस, डेटा प्रोसेसिंग मशीन और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली सहित कई टेक प्रोडक्ट शामिल हैं।