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Union Budget 2023 : मेडिकल डिवाइसेज के लिए 80% इम्पोर्ट पर निर्भर है भारत, क्या बजट से बदलेगी सूरत?

Union Budget 2023 : सरकार ने मेडिकल टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए पूर्व में काफी कुछ किया है। देश में कई मेडिकल पार्क बनाए गए। इस सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम लॉन्च की गई। कंप्लायंस के बोझ को कम करने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। मेडिकल टेक्नोलॉजी बॉडी MTaI ने कहा कि आगामी आम बजट में सरकार की उसकी मांगों को मानकर इस इंडस्ट्री की राह और आसान कर सकती है

Curated By: Mohit Parasharअपडेटेड Jan 12, 2023 पर 1:40 PM
Union Budget 2023 : मेडिकल डिवाइसेज के लिए 80% इम्पोर्ट पर निर्भर है भारत, क्या बजट से बदलेगी सूरत?
मेडटेक बॉडी के मुताबिक, मेडिकल डिवाइसेज पर लगने वाली ऊंची कस्टम ड्यूटीज को घटाकर 2.5 फीसदी के स्तर पर लाए जाने की जरूरत है

Union Budget 2023 : सरकार ने मेडिकल टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए पूर्व में काफी कुछ किया है। देश में कई मेडिकल पार्क बनाए गए। इस सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम लॉन्च की गई। कंप्लायंस के बोझ को कम करने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MTaI) ने कहा कि आगामी आम बजट में सरकार की उसकी मांगों को मानकर इस इंडस्ट्री की राह और आसान कर सकती है। बीते साल ही मेडटेक इंडस्ट्री (MedTech industry) कई रिफॉर्म्स की गवाह बनी, जिनका उद्देश्य भारत के रेगुलेटरी मैकेनिज्म को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सिस्टम जैसा बनाना था।

MedTech बॉडी ने एक बयान के जरिये कहा, डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स द्वारा पेश पीएलआई जैसी स्कीम्स के साथ ही देश भर में मेडिकल पार्क बनाने से मोदी सरकार के देश के मेडिकल डिवाइस सेक्टर को आगे बढ़ाने के इरादे का पता चलता है। एफडीआई को लुभाने के लिए काफी काम किया गया है।

80 फीसदी आयात पर निर्भर है भारत

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