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Union Budget 2023 : आम चुनाव के बावजूद बजट के लोकलुभावन होने की संभावनाएं कम, जानिए वजह

Union Budget 2023 : एमके ग्लोबल ने कहा कि बजट में कैपिटल गेन टैक्स के स्ट्रक्चर और नए पर्सनल टैक्स रीजीम में संभावित बदलाव, नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए 15 फीसदी कंसेशनल टैक्स रेट के विस्तार और पीएलआई से संबंधित प्रोडक्ट्स पर ऊंचे इम्पोर्ट टैरिफ की उम्मीद है। इसके अलावा ऊंचे गैर कर राजस्व के चलते आरबीआई की तरफ से बंपर डिविडेंड जारी किया जा सकता है

Curated By: Mohit Parasharअपडेटेड Jan 23, 2023 पर 9:30 AM
Union Budget 2023 : आम चुनाव के बावजूद बजट के लोकलुभावन होने की संभावनाएं कम, जानिए वजह
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करने जा रही हैं

Union Budget 2023 : कर राजस्व में नरमी, राजस्व खर्च की ऊंची प्रतिबद्धता और बाजार कर्जों के कारण इस यूनियन बजट के लोकलुभावन होने की संभावनाएं खासी कमजोर हो गई हैं। एमके ग्लोबल (Emkay Global) फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में यह संभावना जाहिर की है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट मुताबिक, राजस्व की बात करें तो कर में कम ग्रोथ की भरपाई आंशिक रूप से आरबीआई से मिले डिविडेंड (RBI dividend) और डिसइनवेस्टमेंट से हुई प्राप्तियों से की जा सकती है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करने जा रही हैं।

हो सकते हैं ये ऐलान

एमके ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “हम कैपिटल गेन टैक्स (capital gains tax) के स्ट्रक्चर और नए पर्सनल टैक्स रीजीम में संभावित बदलाव, नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए 15 फीसदी कंसेशनल टैक्स रेट के विस्तार और पीएलआई से संबंधित प्रोडक्ट्स ऊंचे इम्पोर्ट टैरिफ की उम्मीद कर रहे हैं।”

रेवेन्यू के मोर्चे पर, ग्रॉस टैक्स/ जीडीपी रेश्यो सभी सेगमेंट में वित्त वर्ष 23 में टैक्स में अच्छी बढ़ोतरी के चलते 10.9 फीसदी तक मध्यम रहने की उम्मीद है।

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