India's Foreign Exchange Reserve: रुपये में गिरावट को थामने की कवायद विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) पर भारी पड़ रहा है। 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो साल के निचले स्तर पर फिसल गया। यह खुलासा केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) के हर हफ्ते जारी होने वाले आंकड़ों से हुआ है।
शुक्रवार को जारी आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 385 करोड़ डॉलर घट गया है। 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह में यह 52452 करोड़ डॉलर रह गया है। यह जुलाई 2020 के बाद से यानी करीब दो साल का सबसे निचला स्तर है।
21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले हफ्ते में रुपया पहली बार एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73 रुपये के लेवल को पार किया। आज 28 अक्टूबर को यह 82.47 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
FCA में गिरावट के चलते फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व में कमी
ओवरऑल रिजर्व में सबसे अहम हिस्सा फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) का है। इसमें गिरावट के चलते फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व दो साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर फिसल गया। 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह में एफसीए में 359 करोड़ डॉलर की गिरावट रही और यह 46508 करोड़ डॉलर रह गया। वहीं गोल्ड रिजर्व भी 24.7 करोड़ डॉलर फिसलकर 3721 करोड़ डॉलर रह गया।
रुपये के लिए अब तक RBI ने इतना किया खर्च
रुपया रिकॉर्ड लो पर फिसल चुका है। इसकी गिरावट को थामने के लिए केंद्रीय बैंक आरबीआई फोरेक्स रिजर्व से अब तक 10 हजार डॉलर से अधिक निकाल चुका है। इस साल रुपया डॉलर के मुकाबले 12 फीसदी से अधिक टूट चुका है।
आरबीआई आगे क्या स्ट्रैटजी अपनाएगा, इसे लेकर डीलर्स की मिली-जुली राय है। कुछ का मानना है कि आरबीआई का हस्तक्षेप अब कम होगा तो कुछ का मानना है कि रुपये को आरबीआई का सपोर्ट जारी रह सकता है क्योंकि फॉरेन रिजर्व पर्याप्त मात्रा में है।