वैश्विक स्तर पर इस साल स्टॉक मार्केट में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। बॉन्ड की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव रहा। ऐसे में अगले साल 2023 में निवेश को लेकर क्या स्ट्रैटजी होनी चाहिए, इसे लेकर ब्लूमबर्ग न्यूज के साथ इंटरव्यू में दुनिया के सात दिग्गज इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने अपना नजरिया साझा किया। टोटल 230 लाख करोड़ डॉलर (187.67 लाख करोड़ रुपये) के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) वाली इन सात इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने अगले साल की चुनौतियों और अपनी निवेश स्ट्रैटजी के बारे में बताया। कुछ का कहना है कि पब्लिक और प्राइवेट मार्केट के वैल्यूएशन में गिरावट की जरूरत है ताकि वे अधिक से अधिक निवेश कर सकें। वहीं कुछ इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स रेयर मेटर्स जैसे एरिया पर निगाह बनाए हुए हैं क्योंकि इनमें तगड़े मुनाफे के आसार हैं। यहां इन सातों स्ट्रैटजी के बारे में जानकारी दी जा रही है।
GIC Pte. (AUM- 69 हजार करोड़ डॉलर)
सिंगापुर की सोवरेन वेल्थ फंड जीआईसी के मुताबिक अगले साल के तैयारी करने का मतलब है कि आपके हाथों में कैश हो यानी कि जैसे ही निवेश का मौका मिले तो इसके लिए पैसे तुरंत उपलब्ध हों। जीआईसी के मुख्य निवेश अधिकारी जेफरी जाएनसुभाकीज (Jeffrey Jaensubhakij) ने ऐसे विकल्पों में निवेश किया है जो महंगाई से लड़ने में कारगर हो। उनका मानना है कि आने वाले समय में महंगाई का दबाव बढ़ेगा। उनका मानना है कि बॉन्ड और इक्विटी की बजाय रीयल एस्टेट में निवेश बेहतर है क्योंकि आने वाले समय में किराया बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा लांग टर्म के लिए इंफ्रा प्रोजेक्ट्स और कमोडिटीज भी बेहतर हैं। इसके अलावा होटल्स भी बेहतर है। जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख मार्केट में टेलीकॉम इंफ्रा और रीयल एस्टेट पर दांव लगाया जा सकता है।
Fidelity International (AUM- 61330 करोड़ डॉलर)
फिडेलिटी इंटरनेशनल के सीईओ एन्ने रिचर्ड्स के मुताबिक चीन समेत एशिया में सेंटिमेंट दुनिया के बाकी देशों की तुलना में अधिक तेजी से वापस बेहतर हो सकता है। वह अमेरिका और यूरोप की तुलना में एशियाई देशों पर दांव लगा रहे हैं।
AustralianSuper (AUM- 18400 करोड़ डॉलर)
ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी पेंशन कंपनी ऑस्ट्रेलियन सुपर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य निवेश अधिकारी मार्क डेलने निवेश को लेकर सावधान हैं। इसने लिस्टेड इक्विटी और क्रेडिट में एक्सपोजर कम किया है। अब यह फिक्स्ड इंटेरेस्ट और कैश पर फोकस कर रही है। अगले एक साल भी कंपनी इसी स्ट्रैटजी पर काम करने वाली है।
Ontario Teachers Pension Plan (AUM- 18300 करोड़ डॉलर)
ओंटारियो के सीईओ जो टेलर रेयर अर्थ मेटल्स और मेटल्स जैसे एसेट्स की माइनिंग पर दांव लगा रहे हैं। टेलर के मुताबिक रेयर मेटल सीमित हैं और खास बात यह है कि यह उन सीमित विकल्पों में है जिस पर चीन का कब्जा नहीं है। टेलर कनाडा और चीन की कॉपर कंपनियों और और लैटिन अमेरिका की लीथियम कंपनियों पर दांव लगा रहे हैं। इसके अलावा कोबाल्ट पर भी दांव है। वह बैट्री बनाने वाली चेन और चिप बनाने वाली कंपनियों से लेकर पानी, खाना और भारतीय कारोबार पर दावं लगा रहे हैं। इस साल अगस्त में ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान ने भारत में सह्याद्रि हॉस्पिटल में मेजॉरिटी स्टेक खरीदा जो भारत में इसकी पहली निजी इक्विटी खरीदारी रही।
Partners Group (AUM- 13100 करोड़ डॉलर)
पार्टनर्स ग्रुप होल्डिंग एजी चेयरमैन स्टीफेन मीस्टर के मुताबिक यह समय निवेश के लिए बेहतर है क्योंकि इकॉनमी की चाल दिख रही है। उन्होंने लांग टर्म के लिए उम्रदराज लोगों की थीम पर दांव लगाया है जैसे कि किराए के लिए हाउसिंग या आवासीय अपार्टमेंट्स। इसके अलावा लॉजिस्टिक्स, कोल्ड स्टोरेज और फार्मा स्टोरेज।
Temasek Holdings (AUM- 29500 करोड़ डॉलर)
टेमासेक इंटरनेशनल के मुख्य निवेश अधिकारी रोहित सिपाहीमलानी ने सस्टेनेबल लिविंग, बढ़ती खपत, अधिक आयु और हेल्थकेयर जैसे इंवेस्टमेंट थीम पर फोकस करने की बात कही है। टेमासेक ने निवेश में सुस्ती कर दी है क्योंकि आगे निवेश के बेहतर मौके मिलने के आसार दिख रहे हैं।
China Asset Management (AUM- 25300 करोड़ डॉलर)
चीन की चाइना एसेट मैनेजमेंट के ग्लोबल कैपिटल इंवेस्टमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी रिचर्ड पैन के मुताबिक इस साल भारी गिरावट के बावजूद चीन के ए-शेयर स्टॉक मार्केट अमेरिकी, यूरोपीय या हांगकांग के इक्विटी मार्केट से बेहतर रहे। चाइना एसेट मैनेजमेंट को न्यू एनर्जी और जैव ईंधन, दोनों में बेहतर मौके दिख रहे हैं. इसके अलावा हेल्थकेयर और मेडिकल इक्विपमेंट स्टॉक्स में भी स्कोप है। वहीं कंपनी ने कंज्यूमर स्टॉक्स पर भी भरोसा दिखाया है।