इंफोसिस के को-फाउंडर और चेयरमैन नंदन निलेकणी ने कहा है कि इंडिया लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) बनाने की दौड़ में शामिल नहीं है बल्कि हमारा फोकस ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) बनाने पर होगा, जो हर व्यक्ति के काम आएगा। उन्होंने कहा कि 'अदभुत' इंडिया दुनिया का एआई यूज-केस कैपिटल होगा। उन्होंने बताया कि एआई का इंडिया का रास्ता अलग है। हम अगला एलएलएम बनाने की दौड़ में शामिल नहीं हैं। हमारा मकसद बड़ा बदलाव लाना है। हम लोगों के हाथ में इस टेक्नोलॉजी को देना चाहते हैं। उन्होंने बेंगलुरु में 7 मई को एक कार्यक्रम में ये बातें बताईं।