भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी बजाज फाइनेंस के दो प्रोडक्ट्स ईकॉम और ऑनलाइन डिजिटल 'इंस्टा EMI कार्ड' पर रोक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। कंपनी की ओर से शेयर बाजारों को बताया गया कि वह अब EMI कार्ड जारी करने सहित इन दो बिजनेस सेगमेंट में लोन की मंजूरी और डिस्बर्सल फिर से शुरू करेगी। RBI ने 15 नवंबर 2023 को बजाज फाइनेंस को ईकॉम और इंस्टा EMI कार्ड के तहत लोन की मंजूरी और डिस्बर्सल रोकने के लिए कहा था। इसके बाद कंपनी ने कस्टमर्स को एग्जिस्टिंग मेंबर आइडेंटिफिकेशन (EMI) कार्ड जारी करना अस्थायी तौर पर रोक दिया।
RBI की ओर से कार्रवाई RBI के डिजिटल लेंडिंग दिशानिर्देशों के मौजूदा प्रावधानों का पालन न करने, विशेष रूप से इन दो लेंडिंग प्रोडक्ट्स के तहत बॉरोअर्स को 'की फैक्ट स्टेटमेंट्स' जारी न करने और कंपनी की ओर से मंजूर अन्य डिजिटल लोन्स के मामले में जारी किए गए 'की फैक्ट स्टेटमेंट्स' में कमियां होने के कारण की गई थी।
Bajaj Finance ने किए जरूरी बदलाव
25 अप्रैल को, बजाज फाइनेंस ने जनवरी-मार्च 2024 के वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा था कि भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ईकॉम और 'इंस्टा EMI कार्ड' पर कारोबारी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उसने जरूरी बदलाव किए हैं। साथ ही कंपनी ने केंद्रीय बैंक से कारोबारी प्रतिबंधों की समीक्षा करने का अनुरोध किया है।
₹1,371.25 करोड़ के NCD अलॉट
बजाज फाइनेंस ने एक अलग फाइलिंग में शेयर बाजारों को बताया है कि कंपनी की डिबेंचर अलॉटमेंट कमेटी की 2 मई को हुई मीटिंग में प्राइवेट प्लेसमेंट बेसिस पर 1 लाख रुपये फेस वैल्यू वाले 1,36,350 नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) अलॉट किए गए। इस तरह कुल अलॉटमेंट 1,371.25 करोड़ रुपये का रहा। बीएसई पर 2 मई को बजाज फाइनेंस का शेयर लाल निशान में 6881 रुपये पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 4.25 करोड़ रुपये है।