फिनटेक फर्म भारतपे (BharatPe) में एक और विवाद उभरता दिख रहा है। हालांकि इस बार विवाद के केंद्र में अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) नहीं, बल्कि कंपनी के मूल फाउंडर भाविक कोलडिया (Bhavik Koladiya) दिखाई दे रहे हैं। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोलडिया ने BharatPe कंपनी शुरू की थी। हालांकि अमेरिका में एक क्रेडिट कॉर्ड फ्रॉड मामले में दोषी पाए जाने के बाद ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने अपनी हिस्सेदारी कंपनी के बाकी दो कोफाउंडर- अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) और शाश्वत नकरानी (Shashvat Nakrani) में बांट दिया था।