वॉलमार्ट के निवेश वाली डिजिटल कंपनी फोनपे (PhonePe) ने हाल ही में फिनटेक कंपनी जेस्टमनी (ZestMoney) के अधिग्रहण की योजना को रोक दिया। PhonePe के फाउंडर और सीईओ समीर निगम ने इस बारे में पहली बार सार्वजनिक टिप्पणी करते हुए कहा कि अधिग्रहण के मूल्यांकान के लिए फोनपे ने करीब 6 महीनों तक सभी डॉक्यूमेंट्स और अन्य चीजों की पड़ताल की और पाया कि यह हमारे मानक को पूरा नहीं करता है। निगम ने मनीकंट्रोल को बताया, "इसमें चीजें इस तरह होती हैं कि पहले आप निवेशकों या मैनेजमेंट से बात करते हैं और एक आंकड़े पर सहमत होते है। फिर उस आंकड़े के आधार मूल्यांकन या ड्यू-डिलिजेंस किया जाता है। यह ड्यू-डिलिजेंस की प्रक्रिया छोटी भी हो सकती है, लंबी भी हो सकती है। हम आमतौर पर लंबी अवधि वाले ड्यू-डिलिजेंस में विश्वास करते हैं।"
