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MSME को यूनियन बजट 2023 से मिला बूस्टर डोज, 10 प्वाइंट्स में जानिए उन्हें कैसे होगा फायदा

MSME सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए यूनियन बजट 2023 में कई ऐलान किए गए हैं। इससे इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार तेज करने में भी मदद मिलेगी। देश की जीडीपी में एमएसएमई का करीब एक-तिहाई योगदान है। MSME सेक्टर 12 करोड़ लोगों को नौकरियों के मौके उपलब्ध कराता है

Abhishek Anejaअपडेटेड Feb 10, 2023 पर 12:43 PM
MSME को यूनियन बजट 2023 से मिला बूस्टर डोज, 10 प्वाइंट्स में जानिए उन्हें कैसे होगा फायदा
बजट में इज ऑफ डूइंग बिजनेस, इज ऑफ कंप्लायंस, क्रेडिट की आसान उपलब्धता और सरकारी स्कीमों को सपोर्ट के लिए उपाय किए गए हैं।

माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। जीडीपी में इनका करीब एक-तिहाई योगदान है। ये करीब 12 करोड़ नौकरियों के मौके पैदा करते हैं। यूनियन बजट 2023 में MSME सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए कई ऐलान किए गए हैं। इससे इकोनॉमी के इंजन को तेज रफ्तार से दौड़ने का ईंधन मिलेगा। बजट में इज ऑफ डूइंग बिजनेस, इज ऑफ कंप्लायंस, क्रेडिट की आसान उपलब्धता और सरकारी स्कीमों को सपोर्ट के लिए उपाय किए गए हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं:

1. माइक्रो एंटरप्राइजेज के लिए ई-कॉमर्स की सुविधा

GST कानून के तहत अनरजिस्टर्ड और कंपोजिशन के तहत आने वाले टैक्सपेयर्स को ई-कॉमर्स ऑपरेटर के जरिए अपने गुड्स बेचने की इजाजत नहीं है। CGST एक्ट के सेक्शन 10 और सेक्शन 122 में संशोधन का प्रस्ताव बजट में पेश किया गया है। इससे कंपोजिशन स्कीम के तहत आने वाले टैक्सपेयर्स और ऐसे उद्यम जो जीएसटी में रजिस्टर्ड नहीं हैं वे ई-कॉमर्स ऑपरेटर के जरिए राज्य में अपने गुड्स बेच सकेंगे। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं।

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